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12 Aug 2021 · 1 min read

स्वतंत्रता

स्वाधीन मन से, स्वाधीन मन में
स्वाधीन मन के, असीमित गगन में
मन की स्वतंत्रता आवश्यक है
मन की स्वतंत्रता से संपूर्ण स्वतंत्रता निर्धारित है
बिचारों के साम्राज्य में,बिचार के चुनावों में
स्वतंत्रता के अभाव में, स्वतंत्र बिचार कहां आएंगे
संपूर्ण स्वतंत्रता की सोच कहां पाएंगे
संपूर्ण स्वतंत्रता के लिए,मन की स्वतंत्रता आवश्यक है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
2 Likes · 280 Views

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