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18 Aug 2022 · 1 min read

स्थानांतरण

परिवर्तन कर स्थान में ,नीति न समझे लोग।
चले संघ धीमी गति ,मंजिल का यह जोग।
महिमा मंडित लोग हैं, धन वर्षा है खूब।
लक्ष्मी का दर्शन करें, सुबह शाम जप योग।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
101 Views

Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

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