दरवाजे बंद मिलते हैं।

सैकड़ों दर्द मंद मिलते हैं ।
काम के लोग चंद मिलते हैं।
जब मुसीबत आती है तो
एक पिता के सिवा सारे दरवाजे बंद मिलते है ।।
©® अभिषेक पाण्डेय (Abhi)
सैकड़ों दर्द मंद मिलते हैं ।
काम के लोग चंद मिलते हैं।
जब मुसीबत आती है तो
एक पिता के सिवा सारे दरवाजे बंद मिलते है ।।
©® अभिषेक पाण्डेय (Abhi)