Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2024 · 1 min read

“सेहत का राज”

“सेहत का राज”
अनुशासित जीवन शैली
सेहत का है राज,
नियम की परिधि में ही
होवे सारे काज।
जिन्दगी भली जभी तक
तन-मन का हो साथ,
योग तो होता है दोस्तों
एक मदद का हाथ।

3 Likes · 4 Comments · 136 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

मैं नहीं जानती
मैं नहीं जानती
भगवती पारीक 'मनु'
राम गीत 2.0
राम गीत 2.0
Abhishek Soni
ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन‌ साग भाजी बेचत रहिन
ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन‌ साग भाजी बेचत रहिन
PK Pappu Patel
- किस्सा -
- किस्सा -
bharat gehlot
एक दिन
एक दिन
हिमांशु Kulshrestha
अपने आप से भी नाराज रहने की कोई वजह होती है,
अपने आप से भी नाराज रहने की कोई वजह होती है,
goutam shaw
उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
Phool gufran
‘ विरोधरस ‘---9. || विरोधरस के आलम्बनों के वाचिक अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---9. || विरोधरस के आलम्बनों के वाचिक अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
"चिता"
Dr. Kishan tandon kranti
मीडिया पर व्यंग्य
मीडिया पर व्यंग्य
Mahender Singh
जो मेरा है... वो मेरा है
जो मेरा है... वो मेरा है
Sonam Puneet Dubey
An excuse.
An excuse.
Priya princess panwar
*लू के भभूत*
*लू के भभूत*
Santosh kumar Miri
लम्बा पर सकडा़ सपाट पुल
लम्बा पर सकडा़ सपाट पुल
Seema gupta,Alwar
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
Shubham Pandey (S P)
तन तो केवल एक है,
तन तो केवल एक है,
sushil sarna
Dr arun kumar shastri
Dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सत्य क्या है?
सत्य क्या है?
Rambali Mishra
मायने मौत के
मायने मौत के
Dr fauzia Naseem shad
मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ
मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ
अंसार एटवी
कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ
कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ
आकाश महेशपुरी
फितरत के रंग
फितरत के रंग
प्रदीप कुमार गुप्ता
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
हम में सिर्फ यही कमी है,
हम में सिर्फ यही कमी है,
अरशद रसूल बदायूंनी
किसी अनमोल वस्तु का कोई तो मोल समझेगा
किसी अनमोल वस्तु का कोई तो मोल समझेगा
कवि दीपक बवेजा
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
इशरत हिदायत ख़ान
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हिम्मत एवं साहस
हिम्मत एवं साहस
Raju Gajbhiye
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
Neeraj kumar Soni
Loading...