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1 Sep 2024 · 1 min read

#सुप्रभात-

#सुप्रभात-
(इन पंक्तियों के साथ)
“ये याद रहे विषदंशों को,
आंसू से धोना ठीक नहीं।
मोहित हो जाना ठीक मगर,
सम्मोहित होना ठीक नहीं।।
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 57 Views
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