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5 Nov 2022 · 1 min read

सुन लो, मर्दों!

वह तुम्हारी बीवी,
बहन या बेटी है, कोई
ज़ायदाद नहीं!
तुमने उसके
क़हक़हे सुने हैं केवल,
फ़रियाद नहीं!
चाहे लाख
कोशिशें कर लो लेकिन
उसके ग़ुलाम रहते!
तुम किसी भी
कीमत पर हो सकते यहां
आज़ाद नहीं!
#women #freedom #Equality
#life #IranRevolution #UNO
#hijab #rights #patriarchy

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 61 Views
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