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19 Oct 2016 · 1 min read

सुने न काहूँ की एक

कबिरा बैठा सत्ता की कुर्सी.सुने ना काहू की एक.
जो घर फूकैं जनता को.चले हमारे साथ.

साई ज्यादो सो दीजिए.जामे पीढी दर पीढी खाए.
मै तो भूखो ही रहू.साधु भी भूखे जाए.

यह मिनिस्टर एसहु खजानौ. सबहु पानौ चाह.
जनता को लूटत खाओ.खूब लगाओ फूक आग.त्ता की कुर्सी.सुने ना काहू की एक.
जो घर फूकैं जनता को.चले हमारे साथ.

साई ज्यादो सो दीजिए.जामे पीढी दर पीढी खाए.
मै तो भूखो ही रहू.साधु भी भूखे जाए.

यह मिनिस्टर एसहु खजानौ. सबहु पानौ चाह.
जनता को लूटत खाओ.खूब लगाओ फूक आग.

Language: Hindi
73 Likes · 1 Comment · 461 Views
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