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23 Dec 2022 · 1 min read

सुनते नहीं मिरी बात देखिए

करने लगे हैं वो भी शिकायात देखिए
सुनते नहीं कभी जो मिरी बात देखिए

आ जायेगी समझ में कमी ख़ुद की आपको
खुद से कभी तो करके मुलाकात देखिए ।

दिल कर रहा है भीगें सजन दोनों साथ मेंं
मौसम की पहली पहली है बरसात देखिए ।

साँसों में घुल गईं हैं घड़ी भर में ख़ुशबुएंँ
कितनी हसीं ये प्यार की सौगात देखिए

फ़ुर्कत की घड़ियाँ हमसे तो काटे न कट रहीं
सदियों से लग रहे हैं ये लम्हात देखिए ।

आँगन में चाँदनी के नज़ारें हैं क्या गजब
इस पूर्णिमा की रात की सौगात देखिए ।

तारीफ़ मेरी आज है सबकी ज़ुबान पर
इस वाक़ये से मेरे तजुर्बात देखिए

हालात से दुखी है यहाँ आम आदमी
हर खास पर है उनकी इनायात देखिए ।

मुश्किल से हार मानके बैठा नहीं कभी
लड़ता रहा वो वक्त से जज़्बात देखिए ।

कोई किसी का हाथ बँटाता नहीं यहाँ
बिगड़े हुए हैं कितने ये हालात देखिए ।

मुश्किल *सुधा* है कितनी मेरी राहे– ज़ीस्त में
मालूम ही नहीं ये करामात देखिए ।

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’
वाराणसी

Language: Hindi
1 Like · 68 Views
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