Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2016 · 1 min read

सिख गई मै उडान भरना (कविता)

सिख गई मै अब उड़ान भरना/मंदीप

सिख गई मै अब उड़ान भरना आसमान में,
दिल नही करता अब निचे आने को।।

जीना तो मैने अभी सीखा है,
अब मन नही करता फिर से मारने को।।

भुलना देने का मन करता है वो आसियाना,
अब जो छुट गई दिल करता है जी बार कर जीने को।।

परिंदा समझ् कर कैद तो कर लिया,
जालिम कैद नही कर पाया मेरे मन को।।

कभी मै हार मानती फिर हौसला जुटाती,
साहस भरती फिर मन करता उड़ान भरने को।।

साथ मिल गया अब मुझे किसी परिंदे का,
अब मन नही करता निचे आने को।।

जालिम को क्या मालूम सीख ली है अब उड़ान परिंदे ने,
“मंदीप्”अब निचे नही आने देगा उस आज़द परिंदे को.

Language: Hindi
304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मातृ भाषा हिन्दी
मातृ भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
23/55.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/55.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
परिचय
परिचय
Manoj Shrivastava
जी तो चाहता है
जी तो चाहता है
हिमांशु Kulshrestha
टूटा तारा
टूटा तारा
Karuna Bhalla
उम्मीदों का सूरज ढलने लगा है
उम्मीदों का सूरज ढलने लगा है
पूर्वार्थ
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Sonu sugandh
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
साधु की दो बातें
साधु की दो बातें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कभी-कभी इंसान थोड़ा मख़मूर हो जाता है!
कभी-कभी इंसान थोड़ा मख़मूर हो जाता है!
Ajit Kumar "Karn"
बिरवा कहिसि
बिरवा कहिसि
डॉ.सतगुरु प्रेमी
पानी की तस्वीर तो देखो
पानी की तस्वीर तो देखो
VINOD CHAUHAN
*शिक्षा*
*शिक्षा*
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ग़ज़ल-हलाहल से भरे हैं ज़ाम मेरे
ग़ज़ल-हलाहल से भरे हैं ज़ाम मेरे
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
डिप्रेशन कोई मज़ाक नहीं है मेरे दोस्तों,
डिप्रेशन कोई मज़ाक नहीं है मेरे दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माया
माया
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
गुरु
गुरु
Roopali Sharma
यादों के अथाह में विष है , तो अमृत भी है छुपी हुई
यादों के अथाह में विष है , तो अमृत भी है छुपी हुई
Atul "Krishn"
"आधी है चन्द्रमा रात आधी "
Pushpraj Anant
अधूरी दास्तान
अधूरी दास्तान
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
प्रलोभन
प्रलोभन
Rajesh Kumar Kaurav
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
मत घबरा साथ में जाइए
मत घबरा साथ में जाइए
Baldev Chauhan
जीवन सरल चाहते हो तो
जीवन सरल चाहते हो तो
करन ''केसरा''
इज़राइल और यहूदियों का इतिहास
इज़राइल और यहूदियों का इतिहास
अमित
"टुकड़ा आईने का"
Dr. Kishan tandon kranti
😊सुप्रभातम😊
😊सुप्रभातम😊
*प्रणय*
अस्तित्व
अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
सौगात   ...
सौगात ...
sushil sarna
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
कवि रमेशराज
Loading...