Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2016 · 1 min read

सावन

शिर्षक=सावन

मुझको भी कुछ अब कहने दो।
ये जो सावन है इसे रहने दो।
बरखा सा मैं भी तो बरसा था।
उनके भी सितम अब सहने दो।

सावन ने ये कैसी कहर ढाई।
संग अपने वो पूर्वा ले आई।
आती वो अकेले तो ठीक मगर।
उनकी यादें संग ले आई।

बिन सावन बरसात पुरानी हुई।
कातिल अब उनकी जवानी हुई।
बैठ झूलो पर इजहार किया।
प्यार उनका सावन की निशानी हुई।

पल याद पुराना आता है।
सावन जब सुहाना आता है।
घर देर से जब जाने पर।
याद उसका बहाना आता है।
अभिषेक भारती”चंदन”

Language: Hindi
452 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
माँ
माँ
Er. Sanjay Shrivastava
$दोहे- सुबह की सैर पर
$दोहे- सुबह की सैर पर
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन के बसंत
जीवन के बसंत
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
दुकान वाली बुढ़िया
दुकान वाली बुढ़िया
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
रस्सी जैसी जिंदगी हैं,
रस्सी जैसी जिंदगी हैं,
Jay Dewangan
मजदूर
मजदूर
umesh mehra
■ बड़े काम की बात।।
■ बड़े काम की बात।।
*Author प्रणय प्रभात*
योग
योग
DrKavi Nirmal
ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना
ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना
नूरफातिमा खातून नूरी
मौसम बेईमान है – प्रेम रस
मौसम बेईमान है – प्रेम रस
Amit Pathak
नाराज़ जनता
नाराज़ जनता
Shekhar Chandra Mitra
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*आजादी (कुंडलिया)*
*आजादी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मय्यत पर मेरी।
मय्यत पर मेरी।
Taj Mohammad
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Ram Krishan Rastogi
रिश्ता नहीं जाता
रिश्ता नहीं जाता
Dr fauzia Naseem shad
ताकत
ताकत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
হাজার বছরের আঁধার
হাজার বছরের আঁধার
Sakhawat Jisan
“बप्पा रावल” का इतिहास
“बप्पा रावल” का इतिहास
Ajay Shekhavat
तुम तो हो गई मुझसे दूर
तुम तो हो गई मुझसे दूर
Shakil Alam
शेर
शेर
Rajiv Vishal (Rohtasi)
कविता - नई परिभाषा
कविता - नई परिभाषा
Mahendra Narayan
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
होठों पर मुस्कान,आँखों में नमी है।
लक्ष्मी सिंह
मत पूछना तुम इसकी वजह
मत पूछना तुम इसकी वजह
gurudeenverma198
कातिल है तू मेरे इश्क का / लवकुश यादव
कातिल है तू मेरे इश्क का / लवकुश यादव"अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
पहला प्यार
पहला प्यार
Pratibha Kumari
हे शिव ! सृष्टि भरो शिवता से
हे शिव ! सृष्टि भरो शिवता से
Saraswati Bajpai
भोर का नवगीत / (नवगीत)
भोर का नवगीत / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
तुम अपने धुन पर नाचो
तुम अपने धुन पर नाचो
DrLakshman Jha Parimal
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
Loading...