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24 Feb 2023 · 1 min read

साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग।

साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग।
लड़ते सारे शौक से, अपनी-अपनी जंग।
चक्र-व्यूह में हों सभी, द्वार भले ही बंद।
क्यों हारें हम हौसला, कृष्ण हमारे संग।
सूर्यकांत

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