Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2020 · 1 min read

सर्वनाश जिसके निर्माता है,मनुष्य

दुनिया खड़ी है तबाही के मोड़ पर
और उसी मोड़ पर खड़ा है, जीवन
ज़िन्दगी जीने की आस लिए
आज लड़ाई है,दुनिया को
बचाने की सर्वनाश से
सर्वनाश जिसके निर्माता है,मनुष्य

भूपेंद्र रावत
24।04।2020

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 150 Views

Books from Bhupendra Rawat

You may also like:
शुभ दीपावली
शुभ दीपावली
Dr Archana Gupta
■ दल_अनेक_फंडा_एक
■ दल_अनेक_फंडा_एक
*Author प्रणय प्रभात*
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Green and clean
Green and clean
Aditya Prakash
अज़ल से प्यार करना इतना आसान है क्या /लवकुश यादव
अज़ल से प्यार करना इतना आसान है क्या /लवकुश यादव...
लवकुश यादव "अज़ल"
सियासत
सियासत
Anoop Kumar Mayank
✍️कुछ बाते…
✍️कुछ बाते…
'अशांत' शेखर
🙏महागौरी🙏
🙏महागौरी🙏
पंकज कुमार कर्ण
गौरी।
गौरी।
Acharya Rama Nand Mandal
Writing Challenge- रेलगाड़ी (Train)
Writing Challenge- रेलगाड़ी (Train)
Sahityapedia
यही हमारा है धर्म
यही हमारा है धर्म
gurudeenverma198
आज की प्रस्तुति - भाग #1
आज की प्रस्तुति - भाग #1
Rajeev Dutta
हम छि मिथिला के बासी,
हम छि मिथिला के बासी,
Ram Babu Mandal
जमातों में पढ़ों कलमा,
जमातों में पढ़ों कलमा,
Satish Srijan
औरत, आज़ादी और ज़िंदगी
औरत, आज़ादी और ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
सांसें थम सी गई है, जब से तु म हो ।
सांसें थम सी गई है, जब से तु म हो...
Chaurasia Kundan
कभी गरीबी की गलियों से गुजरो
कभी गरीबी की गलियों से गुजरो
कवि दीपक बवेजा
Chehre se sundar nhi per,
Chehre se sundar nhi per,
Vandana maurya
ऐ चाँद
ऐ चाँद
Saraswati Bajpai
प्रथम मिलन
प्रथम मिलन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
टूटती नींद जैसे आंखों में
टूटती नींद जैसे आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
बो रही हूं खाब
बो रही हूं खाब
Surinder blackpen
"हे वसन्त, है अभिनन्दन.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
एक मुक्तक....
एक मुक्तक....
डॉ.सीमा अग्रवाल
मन-मंदिर में यादों के नित, दीप जलाया करता हूँ ।
मन-मंदिर में यादों के नित, दीप जलाया करता हूँ ।
Ashok deep
सूरज को ले आता कौन?
सूरज को ले आता कौन?
AJAY AMITABH SUMAN
💐कुड़ी तें लग री शाइनिंग💐
💐कुड़ी तें लग री शाइनिंग💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
एक दिन तो कभी ऐसे हालात हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
छठ है आया
छठ है आया
Kavita Chouhan
पल में होता हादसा (कुंडलिया)
पल में होता हादसा (कुंडलिया)
Ravi Prakash
Loading...