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21 Dec 2022 · 1 min read

सर्दी

सर्दियों की धूप में बैठ कर कुछ गुनगुनाना,
सूर्य की किरणें सुनहरी कर रहीं दिन सुहाना।
चुस्कियां हैं चाय की संग यादों का तराना,
लग रहा है जैसे हमें मिल गया कोई खजाना ।
-@ वन्दना नामदेव

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
58 Views
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