Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2022 · 1 min read

सरकार की नज़र

सरकार की नज़र
हमारी जेब पर है!
सरकार की नज़र
हमारे खेत पर है!!
चलो अब तो कुछ
हम करें, साथियों!
सरकार की नज़र
हमारे पेट पर है!!
#Election
#farmersprotestchallenge
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
Tag: कविता
271 Views
You may also like:
होली...
होली...
Aadarsh Dubey
क्षमा
क्षमा
Saraswati Bajpai
बस का सफर
बस का सफर
Ankit Halke jha
ईवीएम हटाओ
ईवीएम हटाओ
Shekhar Chandra Mitra
*महाराजा अग्रसेन ( कहानी )*
*महाराजा अग्रसेन ( कहानी )*
Ravi Prakash
गलती का समाधान----
गलती का समाधान----
सुनील कुमार
सम्बन्धों  में   हार  का, अपना  ही   आनंद
सम्बन्धों में हार का, अपना ही आनंद
Dr Archana Gupta
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
Dushyant kumar Patel
देखी देखा कवि बन गया।
देखी देखा कवि बन गया।
Satish Srijan
💐अज्ञात के प्रति-62💐
💐अज्ञात के प्रति-62💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अब इस मुकाम पर आकर
अब इस मुकाम पर आकर
shabina. Naaz
"ये कैसा दस्तूर?"
Dr. Kishan tandon kranti
#बस_एक_ही_सवाल-
#बस_एक_ही_सवाल-
*Author प्रणय प्रभात*
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अपने शून्य पटल से
अपने शून्य पटल से
Rashmi Sanjay
नए-नए हैं गाँधी / (श्रद्धांजलि नवगीत)
नए-नए हैं गाँधी / (श्रद्धांजलि नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
'घायल मन'
'घायल मन'
पंकज कुमार कर्ण
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं ।
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं...
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
समुद्र हैं बेहाल
समुद्र हैं बेहाल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कोई शिकवा है हमसे
कोई शिकवा है हमसे
कवि दीपक बवेजा
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने...
Shubham Pandey (S P)
“कलम”
“कलम”
Gaurav Sharma
दर्द आकर तुझी पे रूकता है
दर्द आकर तुझी पे रूकता है
Dr fauzia Naseem shad
हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था
हाँ, मैं ऐसा तो नहीं था
gurudeenverma198
तुम्हारा देखना ❣️
तुम्हारा देखना ❣️
अनंत पांडेय "INϕ9YT"
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
Ram Babu Mandal
मुझको कबतक रोकोगे
मुझको कबतक रोकोगे
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मैं गहरा दर्द हूँ
मैं गहरा दर्द हूँ
'अशांत' शेखर
Loading...