Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2022 · 1 min read

समय

समय होता बलवान
इनसे बड़ा न कोय
खलक में आदर मिले
जो करे इनका सत्कार्य ।

जब समय रहती है तो
समझदारी नहीं रहती
जब वक्त नहीं रहती
तब समझदारी आती ।

समय कभी किसी का
करता नहीं अगोलना
राजा, रंक हो या फकीर
होता सबके लिए बराबर ।

समय को जो ना व्यर्थ गवाएं
वो जो चाहे सब कुछ कर पाए
समय को जो हमेशा व्यर्थ गवाएं
वो जिंदगी में कुछ ना कर पाए ।

अमरेश कुमार
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय बिहार

Language: Hindi
Tag: कविता
3 Likes · 1 Comment · 491 Views
You may also like:
समारंभ
समारंभ
Utkarsh Dubey “Kokil”
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
प्यासा_कबूतर
प्यासा_कबूतर
Shakil Alam
गीत
गीत
Shiva Awasthi
दुर्योधन कब मिट पाया :भाग:41
दुर्योधन कब मिट पाया :भाग:41
AJAY AMITABH SUMAN
नायक देवेन्द्र प्रताप सिंह
नायक देवेन्द्र प्रताप सिंह
नूरफातिमा खातून नूरी
गीत-4 (स्वामी विवेकानंद जी)
गीत-4 (स्वामी विवेकानंद जी)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
💐प्रेम कौतुक-329💐
💐प्रेम कौतुक-329💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
***
*** " ये दरारें क्यों.....? " ***
VEDANTA PATEL
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
बड़ा ही हसीन होता है ये नन्हा बचपन
'अशांत' शेखर
𝖎 𝖑𝖔𝖛𝖊 𝖚✍️
𝖎 𝖑𝖔𝖛𝖊 𝖚✍️
bhandari lokesh
शायरी की तलब
शायरी की तलब
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आज़ाद हूं मैं
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
Prabhu Nath Chaturvedi
घुटता है दम
घुटता है दम
Shekhar Chandra Mitra
Bhuneshwar Sinha Congress leader Chhattisgarh. bhuneshwar sinha politician chattisgarh
Bhuneshwar Sinha Congress leader Chhattisgarh. bhuneshwar sinha politician chattisgarh
Bramhastra sahityapedia
दिल की ये आरजू है
दिल की ये आरजू है
श्री रमण 'श्रीपद्'
ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर
ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
तेरे बाद
तेरे बाद
Surinder blackpen
*धनवानों का काव्य - गुरु बनना आसान नहीं होता*
*धनवानों का काव्य - गुरु बनना आसान नहीं होता*
Ravi Prakash
विचारमंच भाग -5
विचारमंच भाग -5
Rohit Kaushik
फूल है और मेरा चेहरा है
फूल है और मेरा चेहरा है
Dr fauzia Naseem shad
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
Tarang Shukla
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
"पैसा"
Dr. Kishan tandon kranti
सुबह की एक किरण
सुबह की एक किरण
कवि दीपक बवेजा
आखों में इतना पानी है
आखों में इतना पानी है
डी. के. निवातिया
कोई हुनर खुद में देखो,
कोई हुनर खुद में देखो,
Satish Srijan
Loading...