Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2024 · 1 min read

समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।

समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।
हम सभी के जीवन में समय का बड़ा महत्व है ! जिसने जीवन में समय के महत्व को जान लिया उसका जीवन सफल हो गया ! मनुष्य को समय के साथ चलना पड़ता जो समय के साथ नहीं चला वह पीछे रह जायगा

204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

क्यों जीना है दहशत में
क्यों जीना है दहशत में
Chitra Bisht
अपनी ज़िक्र पर
अपनी ज़िक्र पर
Dilip Bhushan kurre
वक़्त के साथ
वक़्त के साथ
Dr fauzia Naseem shad
साक्षात्कार
साक्षात्कार
Rambali Mishra
*अपने करते द्वेष हैं, अपने भीतरघात (कुंडलिया)*
*अपने करते द्वेष हैं, अपने भीतरघात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तेरी कुर्बत में
तेरी कुर्बत में
हिमांशु Kulshrestha
शु
शु
*प्रणय*
भूली-बिसरी यादें
भूली-बिसरी यादें
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
आगामी चुनाव की रणनीति (व्यंग्य)
आगामी चुनाव की रणनीति (व्यंग्य)
SURYA PRAKASH SHARMA
महंगाई एक त्यौहार
महंगाई एक त्यौहार
goutam shaw
"जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
*आ गई है  खबर  बिछड़े यार की*
*आ गई है खबर बिछड़े यार की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
*कैसा है मेरा शहर*
*कैसा है मेरा शहर*
Dushyant Kumar
मुझे तुम अपनी बाँहों में
मुझे तुम अपनी बाँहों में
DrLakshman Jha Parimal
वृक्ष मित्र अरु गुरू महान
वृक्ष मित्र अरु गुरू महान
Anil Kumar Mishra
जलता हुआ एक सूरज ...
जलता हुआ एक सूरज ...
sushil sarna
बेटी
बेटी
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
क्रोध
क्रोध
Rj Anand Prajapati
घड़ियां इंतजार की ...
घड़ियां इंतजार की ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
हर‌ शख्स उदास है
हर‌ शख्स उदास है
Surinder blackpen
प्रेम का उत्तर
प्रेम का उत्तर
Rahul Singh
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
होली पर दोहे
होली पर दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
Teacher (गुरु मां)
Teacher (गुरु मां)
Sneha Singh
मंच पर मेरी आज की प्रस्तुति
मंच पर मेरी आज की प्रस्तुति
Seema Verma
*जब हो जाता है प्यार किसी से*
*जब हो जाता है प्यार किसी से*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
भाई दूज
भाई दूज
Mamta Rani
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
थोड़ी-थोड़ी बदमाशी करती रहनी चाहिए,
थोड़ी-थोड़ी बदमाशी करती रहनी चाहिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...