Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Apr 2023 · 1 min read

सब अपने दुख में दुखी, किसे सुनाएँ हाल।

सब अपने दुख में दुखी, किसे सुनाएँ हाल।
ढोना है खुद ही हमें, अपना दुख – बेताल।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all
You may also like:
अपने दिल से
अपने दिल से
Dr fauzia Naseem shad
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मुझे     उम्मीद      है ए मेरे    दोस्त.   तुम.  कुछ कर जाओग
मुझे उम्मीद है ए मेरे दोस्त. तुम. कुछ कर जाओग
Anand.sharma
आ जाओ न प्रिय प्रवास तुम
आ जाओ न प्रिय प्रवास तुम
Shiva Awasthi
शुभ_रात्रि
शुभ_रात्रि
*Author प्रणय प्रभात*
तमाशबीन जवानी
तमाशबीन जवानी
Shekhar Chandra Mitra
मेरे आँगन में इक लड़की
मेरे आँगन में इक लड़की
rkchaudhary2012
किस अदा की बात करें
किस अदा की बात करें
Mahesh Tiwari 'Ayan'
होली (विरह)
होली (विरह)
लक्ष्मी सिंह
नींद की कुंजी / MUSAFIR BAITHA
नींद की कुंजी / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
घर
घर
Saraswati Bajpai
अभिरुचि
अभिरुचि
Shyam Sundar Subramanian
अपका दिन भी आयेगा...
अपका दिन भी आयेगा...
Rakesh Bahanwal
.....*खुदसे जंग लढने लगा हूं*......
.....*खुदसे जंग लढने लगा हूं*......
Naushaba Suriya
झुकाव कर के देखो ।
झुकाव कर के देखो ।
Buddha Prakash
दफन
दफन
Dalveer Singh
शंकर छंद और विधाएँ
शंकर छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
Paras Nath Jha
चलो हमसफर यादों के शहर में
चलो हमसफर यादों के शहर में
गनेश रॉय " रावण "
वक्त का खेल
वक्त का खेल
AMRESH KUMAR VERMA
तेरी खैर मांगता हूं।
तेरी खैर मांगता हूं।
Taj Mohammad
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
Satyaveer vaishnav
जनता देख रही है खड़ी खड़ी
जनता देख रही है खड़ी खड़ी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
Sanjay ' शून्य'
कभी भी ग़म के अँधेरों  से तुम नहीं डरना
कभी भी ग़म के अँधेरों से तुम नहीं डरना
Dr Archana Gupta
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जाति जनगणना
जाति जनगणना
मनोज कर्ण
*जल महादेव मैं तुम्हें चढ़ाने आया हूॅं (भक्ति गीत)*
*जल महादेव मैं तुम्हें चढ़ाने आया हूॅं (भक्ति गीत)*
Ravi Prakash
निगाहें के खेल में
निगाहें के खेल में
Surinder blackpen
Loading...