Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

सफ़र

महव ए सफ़र –

उनकी चाहत के…. असर में रहते हैं ।
वो नादाँ…. महव ए सफ़र में रहते हैं ।।

हम जानते हैं… अदब की अहमियत ।
हमारे मिसरे.. हमेशा बहर में रहते हैं ।।

वो करते हैं अक्सर अनदेखा हमको ।
शाम ओ सहर जो मेरी नज़र में रहते हैं ।।

इश्क़ को समझ रहे खेल गुड्डे-गुड़ियों का ।
कौन हैं वो ?……..कौनसे दहर में रहते हैं ।।

सबसे छिपा कर रक्ख़ा था “काज़ी ” उनको ।
सिर्फ़ ओ सिर्फ़ मिरे दिलो-जिगर में रहते हैं ।।

©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी , इंदौर
©काज़ीकीक़लम

332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अर्थ संग हावी हुआ,
अर्थ संग हावी हुआ,
sushil sarna
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
Dr. Man Mohan Krishna
श्री राम अयोध्या आए है
श्री राम अयोध्या आए है
जगदीश लववंशी
मां शैलपुत्री
मां शैलपुत्री
Mukesh Kumar Sonkar
एक ग़ज़ल
एक ग़ज़ल
Kshma Urmila
.........,
.........,
शेखर सिंह
कमियों पर
कमियों पर
रेवा राम बांधे
2466.पूर्णिका
2466.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*इस बरस*
*इस बरस*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पतंग
पतंग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*परिस्थिति*
*परिस्थिति*
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अपने सपने कम कम करते ,पल पल देखा इसको बढ़ते
अपने सपने कम कम करते ,पल पल देखा इसको बढ़ते
पूर्वार्थ
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
Neeraj Agarwal
चिंगारी
चिंगारी
Dr. Mahesh Kumawat
मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की
मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की
Swami Ganganiya
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Oppressed life
Oppressed life
Shyam Sundar Subramanian
"अर्धांगिनी"
Dr. Kishan tandon kranti
*मिक्सी से सिलबट्टा हारा (बाल कविता)*
*मिक्सी से सिलबट्टा हारा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सच्ची लगन
सच्ची लगन
Krishna Manshi
यूं ना कर बर्बाद पानी को
यूं ना कर बर्बाद पानी को
Ranjeet kumar patre
..
..
*प्रणय प्रभात*
"कष्ट"
नेताम आर सी
हिन्दी ग़ज़ल
हिन्दी ग़ज़ल " जुस्तजू"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है
जिंदगी बंद दरवाजा की तरह है
Harminder Kaur
7) पूछ रहा है दिल
7) पूछ रहा है दिल
पूनम झा 'प्रथमा'
कृतघ्न अयोध्यावासी !
कृतघ्न अयोध्यावासी !
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...