Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2021 · 2 min read

” सफल कलाकार आ उत्कृष्ट दर्शक “

डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
========================
नव -नव परिधान मे ,राशि राशि रूप सजौने ,विभिन्य भंगिमा क प्रदर्शन केने साहित्यक परिचर्चा ,संतुलित राजनीतिक समालोचना ,हास्य -व्यंग ,देश -विदेशक राजनीति आ भौगोलिक परिदृश्य कें यथासंभव प्रदर्शन करैत एहि फेसबुक रंगमंच कें सुशोभित करबाक प्रयत्न मे लागल रहित छी ! आलोचना आ प्रशंसा क प्रतिक्रिया एनाइ स्वाभाविक अछि !
आलोचनात्मक टिप्पणी सदेव मर्माहत करैत अछि मुदा सकारात्मक दृष्टिकोणे इ सुधारक मानल जाइत अछि ! राजनीति ,व्यंग आ गलती क प्रदर्शन मे यदि हमरालोकनि सजग आ सतर्क रहब त आलोचनाक दर्शन कनि कम हैत !
प्रशंसा सुनि ह्रदय प्रफुल्लित भेनाइ स्वाभाविक अछि ! अभिनय मंच पर अभिनय देखि जखन दर्शक बृंद अप्पन करतलध्वनि सं कलाकार कें ढाढस बंधवैत छथि त बुझु “ऑस्कर पुरुष्कार “सं सम्मानित भ गेलहूँ ! आ व्यक्तिगत प्रशंसा ,व्यक्तिगत प्रोत्साहन ,सकारात्मक टिप्पणी ,आशीष आ शुभकामना ह्रदय क रोम – रोम पुलकित क देत अछि !
इ मनोविज्ञानिक अभिलाषा सब मे व्याप्त होइत अछि ! कनियाँ क व्यंजन क प्रशंसा करू दाम्पत्य जीवन सुखमय कटैत अछि ! बच्चो लोकनि नीक कमेंट क अभिलाषा करैत छथि !
आब विचित्र पद्धति फेसबुक क रंगमंच पर भेटि रहल अछि ! अधिकांशतः दर्शक त बुझु ऊँघेले रहित छथि ! नींद जखन खुलैत छनि त कमेंट मे लिखि देताह……
” जय हो ”
“जय श्रीराम ”
चलू इ त भगवान क नाम भेल परन्तु ..
“HELLO”
“HI”
“I LOVE YOU”
एहि तरह भांति -भांति कें कमेंट आयत ! स्वतः इ अनुमान लगा सकैत छी कि हिनका साहित्य सं लगाव कतबा छैनि ! इ नहि पढैत छथि आ नहि देखैत छथि ! बस नींद जखन खुजैत छनि तखन अप्पन उपस्थिति दर्ज करेबा लेल थापडि पिटय लगैत छथि !
हमरालोकनि कें सजग पाठक बनबा क अछि ! हम पढ़ब नहि त समालोचना ,टिप्पणी ,समुचित आलोचना ,अनुराग ,प्रेम,आशीष सं केना अनुगृहित हेब ? हमरा सफल कलाकार क संगे -संगे एकटा उत्कृष्ट दर्शक सेहो बनबाक अछि अन्यथा अप्पन व्यक्तित्व धूमिल भ सकैत अछि !
===========================
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Maithili
Tag: लेख
185 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो है दिल में वो बताया तो करो।
जो है दिल में वो बताया तो करो।
सत्य कुमार प्रेमी
It always seems impossible until It's done
It always seems impossible until It's done
Naresh Kumar Jangir
गुनाह ना करके भी
गुनाह ना करके भी
Harminder Kaur
* मधुमास *
* मधुमास *
surenderpal vaidya
पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद
पुण्यतिथि विशेष :/ विवेकानंद
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
2932.*पूर्णिका*
2932.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
शेखर सिंह
"ऐसी कोई रात नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
बच्चें और गर्मी के मज़े
बच्चें और गर्मी के मज़े
अमित
बेबाक ज़िन्दगी
बेबाक ज़िन्दगी
Neelam Sharma
मेरे प्रेम पत्र
मेरे प्रेम पत्र
विजय कुमार नामदेव
ज़िद से भरी हर मुसीबत का सामना किया है,
ज़िद से भरी हर मुसीबत का सामना किया है,
Kanchan Alok Malu
मैं लिखता हूँ
मैं लिखता हूँ
DrLakshman Jha Parimal
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
पूनम दीक्षित
ये जरूरी तो नहीं
ये जरूरी तो नहीं
RAMESH Kumar
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
*क्या हुआ आसमान नहीं है*
Naushaba Suriya
*बेचारे लेखक का सम्मान (हास्य व्यंग्य)*
*बेचारे लेखक का सम्मान (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
यह क्या अजीब ही घोटाला है,
यह क्या अजीब ही घोटाला है,
Chaahat
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चोट
चोट
आकांक्षा राय
हमारे हौसले तब परास्त नहीं होते जब हम औरों की चुनौतियों से ह
हमारे हौसले तब परास्त नहीं होते जब हम औरों की चुनौतियों से ह
Sunil Maheshwari
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है चुपचाप सहने की भी
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है चुपचाप सहने की भी
Rekha khichi
इश्क़
इश्क़
शिवम "सहज"
आज वक्त हूं खराब
आज वक्त हूं खराब
साहित्य गौरव
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ज़िंदगी सौंप दी है यूं हमने तेरे हवाले,
ज़िंदगी सौंप दी है यूं हमने तेरे हवाले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्वतंत्रता की नारी
स्वतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
Suryakant Dwivedi
पूछा किसी ने  इश्क में हासिल है क्या
पूछा किसी ने इश्क में हासिल है क्या
sushil sarna
Loading...