Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Apr 2023 · 1 min read

सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया

सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
लफ्ज मे दिल के खोल भी नहीं पाया
उसे भी महोबत सच मे थी मुझसे तो
दिल के लफ्जो को समझ क्यो नहीं पाया

अनिल चौबिसा
9829246588

Language: Hindi
357 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
फितरत
फितरत
लक्ष्मी सिंह
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
Mahendra Narayan
कितनी सलाखें,
कितनी सलाखें,
Surinder blackpen
आस्तीक भाग-एक
आस्तीक भाग-एक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम रंगदारी से भले ही,
तुम रंगदारी से भले ही,
Dr. Man Mohan Krishna
*बलशाली हनुमान (कुंडलिया)*
*बलशाली हनुमान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मनुज जन्म का गीत है गीता, गीता जीवन का सार है
मनुज जन्म का गीत है गीता, गीता जीवन का सार है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कर भला सो हो भला
कर भला सो हो भला
Surabhi bharati
Ek jindagi ke sapne hajar,
Ek jindagi ke sapne hajar,
Sakshi Tripathi
छायावाद के गीतिकाव्य (पुस्तक समीक्षा)
छायावाद के गीतिकाव्य (पुस्तक समीक्षा)
दुष्यन्त 'बाबा'
धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी
धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी
Ram Krishan Rastogi
जुबां खामोश रहती है
जुबां खामोश रहती है
Anamika Singh
अधूरी हसरत
अधूरी हसरत
umesh mehra
यू ही
यू ही
shabina. Naaz
“ प्रतिक्रिया ,समालोचना आ टिप्पणी “
“ प्रतिक्रिया ,समालोचना आ टिप्पणी “
DrLakshman Jha Parimal
आपसा हम जो दिल
आपसा हम जो दिल
Dr fauzia Naseem shad
जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है और खासकर जब बुढ़ापा नजदीक
जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है और खासकर जब बुढ़ापा नजदीक
Shashi kala vyas
गम को भुलाया जाए
गम को भुलाया जाए
Dr. Sunita Singh
ओम् के दोहे
ओम् के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
शातिर दुनिया
शातिर दुनिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"जरा सोचो"
Dr. Kishan tandon kranti
मोरे सैंया
मोरे सैंया
DESH RAJ
अगर आप ज़िंदा हैं तो
अगर आप ज़िंदा हैं तो
Shekhar Chandra Mitra
ज़िंदगी का नशा
ज़िंदगी का नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
रामभक्त संकटमोचक जय हनुमान जय हनुमान
gurudeenverma198
मुफ्तखोरी
मुफ्तखोरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"ढोंग-पसंद रियासत
*Author प्रणय प्रभात*
✍️हम जिस्म के सूखे एहसासो से बंझर है
✍️हम जिस्म के सूखे एहसासो से बंझर है
'अशांत' शेखर
जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट,
जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
💐प्रेम कौतुक-382💐
💐प्रेम कौतुक-382💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...