Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2024 · 1 min read

सपने

सपने
*****
सपने तो मेरे भी बहुत थे,
रातभर उड़ान भरते,
भोर होने तक टूट जाते,
मिट्टी के घरौंदे की तरह।
केवल मन ललचाने को,
याद बन कर रह जाते थे।
मैं भी जिद्द कर बैठा एक दिन,
गाँठ बाँध कर बैठ गया,
सपने को टूटने नहीं दूँगा।
मगर सपनों ने भी अपना चक्र बदल दिया,
रात की बजाय आने लगे दिवास्वप्न।
क्योंकि पसीना बहने लगा था जी भर कर,
अंततः मुझे पहुँचा दिया मंजिल पर,
जिंदगी बदल गई,
सपने अपने हो गए।
**********
अशोक कुमार ढोरिया
मुबारिकपुर(झज्जर)
हरियाणा

Language: Hindi
40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*मोती बनने में मजा, वरना क्या औकात (कुंडलिया)*
*मोती बनने में मजा, वरना क्या औकात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे ख़ातिर धड़कती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
नाम उल्फत में तेरे जिंदगी कर जाएंगे।
नाम उल्फत में तेरे जिंदगी कर जाएंगे।
Phool gufran
पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल)
पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल)
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हर फूल खुशबुदार नहीं होता./
हर फूल खुशबुदार नहीं होता./
Vishal Prajapati
प्रेरणा
प्रेरणा
पूर्वार्थ
अज़ीयत में शुमार मत करिए,
अज़ीयत में शुमार मत करिए,
Dr fauzia Naseem shad
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
Neeraj Mishra " नीर "
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
आनंद प्रवीण
"मत पूछो"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
ruby kumari
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
***इतना जरूर कहूँगा ****
***इतना जरूर कहूँगा ****
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
* छलक रहा घट *
* छलक रहा घट *
surenderpal vaidya
মা মনসার গান
মা মনসার গান
Arghyadeep Chakraborty
മുളകൊണ്ടുള്ള കാട്ടിൽ
മുളകൊണ്ടുള്ള കാട്ടിൽ
Otteri Selvakumar
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
फ़ितरत
फ़ितरत
Dr.Priya Soni Khare
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
आप ही बदल गए
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
टेढ़ी-मेढ़ी बातें
टेढ़ी-मेढ़ी बातें
Surya Barman
3292.*पूर्णिका*
3292.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ताउम्र रास्ते पे तो चलते रहे हम
ताउम्र रास्ते पे तो चलते रहे हम
Befikr Lafz
काश - दीपक नील पदम्
काश - दीपक नील पदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ग़ज़ल
ग़ज़ल
कवि रमेशराज
मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर,
मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर,
शेखर सिंह
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...