Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

सपना सलोना सा प्यारा खिलौना सा

सपना सलोना सा प्यारा खिलौना सा
हिरणी का छौना सा चंदा का दौना सा
मुझको मिला तू
झरने के जल सा खिलते कमल सा
ख़ुशियों के पल सा मीठी ग़ज़ल सा
मुझको मिला तू

कलियों सा खिलता फूलों सा हँसता
निश्छ्ल सा भोला सा मक्खन का गोला सा
मुझको मिला तू
तारों सी आँखें चंदा सा मुखड़ा
किरणो सी अंगुली कलेजे का टुकड़ा
मुझको मिला तू
नन्ही हथेली को तुकटुक निहारे तू
कभी रोए कभी गाये किलकारी मारे तू
तेरी छूअन मानो मरहम के जैसी है
तेरी हँसी मानो सरगम के जैसी है
हर पल तुझे याद करता है मन मेरा
तुझको दुआ देता हर पल बला लेता
माँ अम्बे तुझको सदा ख़ुश ही रखें
दुनिया के हर ग़म से महफ़ूज़ रखें
सूरज की किरणों सा यश फैले तेरा
जीवन हो सुँदर आदर्श तेरा
I wish a line of innumerable Happy
Birthdays. My darling Vardhamaan
Dadi

Language: Hindi
102 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kanchan Gupta
View all

You may also like these posts

दोहरा चरित्र
दोहरा चरित्र
Sudhir srivastava
किताब कहीं खो गया
किताब कहीं खो गया
Shweta Soni
I love you
I love you
Otteri Selvakumar
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
Ravi Prakash
तस्सुवर की दुनिया
तस्सुवर की दुनिया
Surinder blackpen
नींबू वाली चाय पेट घटाए।अदरक वाली चाय खराश मिटाए।
नींबू वाली चाय पेट घटाए।अदरक वाली चाय खराश मिटाए।
पूर्वार्थ
खिंची लकीर पर चलना
खिंची लकीर पर चलना
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दोस्त,ज़िंदगी को अगर जीना हैं,जीने चढ़ने पड़ेंगे.
दोस्त,ज़िंदगी को अगर जीना हैं,जीने चढ़ने पड़ेंगे.
Piyush Goel
टूटी – फूटी सड़क रातों रात बन जाती है
टूटी – फूटी सड़क रातों रात बन जाती है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
Subhash Singhai
तीन औरतें बेफिक्र जा रही थीं,
तीन औरतें बेफिक्र जा रही थीं,
Ajit Kumar "Karn"
"पॉजिटिविटी"
Dr. Kishan tandon kranti
हमने भी तुझे दिल से निकाल दिया
हमने भी तुझे दिल से निकाल दिया
Jyoti Roshni
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
अंसार एटवी
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
शेखर सिंह
जिस डाली पर बैठो हो,काट न बंधु डाल रे
जिस डाली पर बैठो हो,काट न बंधु डाल रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धन्यवाद भगवन
धन्यवाद भगवन
Seema gupta,Alwar
करके  जो  गुनाहों  को
करके जो गुनाहों को
Dr fauzia Naseem shad
*
*"बादल"*
Shashi kala vyas
सरफरोश
सरफरोश
Shekhar Chandra Mitra
मंजिल का रास्ता आएगा।
मंजिल का रास्ता आएगा।
Kuldeep mishra (KD)
* आत्म संतुष्टि *
* आत्म संतुष्टि *
Vaishaligoel
दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं
दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं
Rituraj shivem verma
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
इसीलिए तो हम, यहाँ के आदिवासी हैं
इसीलिए तो हम, यहाँ के आदिवासी हैं
gurudeenverma198
गंगा
गंगा
लक्ष्मी सिंह
"If Money is lost Nothing is lost,
Nikita Gupta
भीगी बाला से हुआ,
भीगी बाला से हुआ,
sushil sarna
Loading...