Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2024 · 1 min read

सत्य परख

सत्य को खोज रहा विज्ञान
पदार्थ परक विश्लेषण ज्ञान
मानव हित ज्यादा उपयोगी
दोष रहित निर्माणी विधान।।

आध्यात्म भी करता है खोज
मानव जीवन आधार खोज
आत्मा और परमात्मा मिलन
सत्य मान्यता सनातन रोज।।

विज्ञान वस्तु में उलझ गया
आध्यात्म कपट में सिमट गया
दोनों पृथक पृथक राह चले
सत्य ज्ञान से दूर हो गया ।

आध्यात्म अरु विज्ञान मिलकर
खोज करें प्राणी चेतन पर
सत्य सत्य का होगा अनुभव
सत्य परखअब दृष्टि बदलकर।।

राजेश कौरव सुमित्र

120 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all

You may also like these posts

माँ
माँ
Shashi Mahajan
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
gurudeenverma198
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
Dr Archana Gupta
अपनी आवाज में गीत गाना तेरा
अपनी आवाज में गीत गाना तेरा
Shweta Soni
“WHOM SHOULD WE MAKE OUR FACEBOOK FRIEND?”
“WHOM SHOULD WE MAKE OUR FACEBOOK FRIEND?”
DrLakshman Jha Parimal
मन की प्रीती
मन की प्रीती
Dr.Pratibha Prakash
मौसम का कुदरत से नाता हैं।
मौसम का कुदरत से नाता हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
बेचारी माँ
बेचारी माँ
Shaily
मैथिली
मैथिली
Acharya Rama Nand Mandal
..
..
*प्रणय*
मोबाइल महिमा
मोबाइल महिमा
manorath maharaj
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ब्यथा
ब्यथा
Jai Prakash Srivastav
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दर्द ए गम था उसका, ग़ज़ल कह दिया हमने।
दर्द ए गम था उसका, ग़ज़ल कह दिया हमने।
Sanjay ' शून्य'
अनुभूति
अनुभूति
डॉ.कुमार अनुभव
🌳 *पेड़* 🌳
🌳 *पेड़* 🌳
Dhirendra Singh
साल 2024… लीप ईयर के बजाय पेपर लीक ईयर के नाम से क्यों जाना
साल 2024… लीप ईयर के बजाय पेपर लीक ईयर के नाम से क्यों जाना
Shakil Alam
कामरेडों का गिरगिटिया दर्शनशास्त्र (Chameleon Philosophy of Comrades)
कामरेडों का गिरगिटिया दर्शनशास्त्र (Chameleon Philosophy of Comrades)
Acharya Shilak Ram
*सत्य की आवाज़*
*सत्य की आवाज़*
Dr. Vaishali Verma
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
Rj Anand Prajapati
"किन्नर"
Dr. Kishan tandon kranti
3131.*पूर्णिका*
3131.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अहं का अंकुर न फूटे,बनो चित् मय प्राण धन
अहं का अंकुर न फूटे,बनो चित् मय प्राण धन
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हमें अलग हो जाना चाहिए
हमें अलग हो जाना चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
यूँ तो सब
यूँ तो सब
हिमांशु Kulshrestha
व्यथा कथा
व्यथा कथा
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
ज़िन्दगी से नहीं कोई शिकवा
ज़िन्दगी से नहीं कोई शिकवा
Dr fauzia Naseem shad
ସହଜରେ?
ସହଜରେ?
Otteri Selvakumar
Loading...