Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2023 · 1 min read

सत्य को सूली

तुम संभल जाओ अब भी वर्ना!
तुम्हें बहुत पड़ेगा महंगा!!
जुल्मतों का दौर है दुनिया में
हुक़्मरानों को कुछ मत कहना!!
#राजनीति #धर्म #तानाशाही
#कवि #असहिष्णुता #ईशनिंदा
#आलोचना #बुद्धिजीवी #चोट
#शायर #सत्य #सूली #ओशो
#विद्रोही #क्रांतिकारी #Politics
#FreedomOfSpeech #आस्था

Language: Hindi
76 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
*बहस का अर्थ केवल यह, बहस करिए विचारों से  【मुक्तक】*
*बहस का अर्थ केवल यह, बहस करिए विचारों से 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-493💐
💐प्रेम कौतुक-493💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुमको खोकर इस तरहां यहाँ
तुमको खोकर इस तरहां यहाँ
gurudeenverma198
DaminiQuotes
DaminiQuotes
Damini Narayan Singh
हमको तो आज भी
हमको तो आज भी
Dr fauzia Naseem shad
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा🇮🇳
Tarun Prasad
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
कितनी सलाखें,
कितनी सलाखें,
Surinder blackpen
हिंदी दिवस की बधाई
हिंदी दिवस की बधाई
Rajni kapoor
हिंदी
हिंदी
नन्दलाल सुथार "राही"
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
सुनील कुमार
गुरु
गुरु
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
किसी नौजवान से
किसी नौजवान से
Shekhar Chandra Mitra
जो मौका रहनुमाई का मिला है
जो मौका रहनुमाई का मिला है
Anis Shah
*सेवानिवृत्ति*
*सेवानिवृत्ति*
पंकज कुमार कर्ण
छोड़ कर मुझे कहा जाओगे
छोड़ कर मुझे कहा जाओगे
Anil chobisa
गुजरे वक्त के सबक से
गुजरे वक्त के सबक से
Dimpal Khari
साए
साए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कहमुकरी
कहमुकरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रूठे लफ़्ज़
रूठे लफ़्ज़
Alok Saxena
#लघुकथा / #गुस्सा
#लघुकथा / #गुस्सा
*Author प्रणय प्रभात*
दिल की जमीं से पलकों तक, गम ना यूँ ही आया होगा।
दिल की जमीं से पलकों तक, गम ना यूँ ही आया होगा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बह रही थी जो हवा
बह रही थी जो हवा
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
हाइकु कविता
हाइकु कविता
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सारी गलतियां ख़ुद करके सीखोगे तो जिंदगी कम पड़ जाएगी, सफलता
सारी गलतियां ख़ुद करके सीखोगे तो जिंदगी कम पड़ जाएगी, सफलता
dks.lhp
सीमा पर जाकर हम हत्यारों को भी भूल गए
सीमा पर जाकर हम हत्यारों को भी भूल गए
कवि दीपक बवेजा
There is no shortcut through the forest of life if there is
There is no shortcut through the forest of life if there is
सतीश पाण्डेय
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
डिग्रीया तो बस तालीम के खर्चे की रसीदें है,
Vishal babu (vishu)
दोस्ती
दोस्ती
Shashi Dhar Kumar
Loading...