Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2020 · 1 min read

सत्ता के गलियारों में दोषी निर्दोष ही रहेंगे

मुक्तक……

सत्ता के गलियारों में दोषी निर्दोष ही रहेंगे
ग़रीब,मज़दूर बेचारे खड़े चुप खामोश ही रहेंगे
गुज़ार लेंगे कुछ और दिन दोषियों के पाप की सज़ा
जब तक अंधी कानून व्यवस्था में सारे नकाबपोश ही रहेंगे

भूपेंद्र रावत
9।04।2020

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
2 Likes · 153 Views

Books from Bhupendra Rawat

You may also like:
अल्फ़ाज
अल्फ़ाज
निकेश कुमार ठाकुर
कुनमुनी नींदे!!
कुनमुनी नींदे!!
Dr. Nisha Mathur
हो गए
हो गए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
💐अज्ञात के प्रति-141💐
💐अज्ञात के प्रति-141💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है
नींद का चुरा लेना बड़ा क़ातिल जुर्म है
'अशांत' शेखर
‘कन्याभ्रूण’ आखिर ये हत्याएँ क्यों ?
‘कन्याभ्रूण’ आखिर ये हत्याएँ क्यों ?
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
हमें हटानी है
हमें हटानी है
surenderpal vaidya
शिव जी को चम्पा पुष्प , केतकी पुष्प कमल , कनेर पुष्प व तुलसी पत्र क्यों नहीं चढ़ाए जाते है ?
शिव जी को चम्पा पुष्प , केतकी पुष्प कमल ,...
Subhash Singhai
गीतिका।
गीतिका।
Pankaj sharma Tarun
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
मैंने पत्रों से सीखा
मैंने पत्रों से सीखा
Ankit Halke jha
कर्मण्य
कर्मण्य
Shyam Pandey
विपक्ष से सवाल
विपक्ष से सवाल
Shekhar Chandra Mitra
वायु वीर
वायु वीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ਸਾਥੋਂ ਇਬਾਦਤ ਕਰ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ
ਸਾਥੋਂ ਇਬਾਦਤ ਕਰ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ
Surinder blackpen
बना कुंच से कोंच,रेल-पथ विश्रामालय।।
बना कुंच से कोंच,रेल-पथ विश्रामालय।।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो।
संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
*बहन को भाई की परदेस में भी याद आती है(हिंदी गजल/ गीतिका)*
*बहन को भाई की परदेस में भी याद आती है(हिंदी...
Ravi Prakash
दर्द
दर्द
Shyam Sundar Subramanian
गिर गिर कर हुआ खड़ा...
गिर गिर कर हुआ खड़ा...
AMRESH KUMAR VERMA
बहुत सस्ती दर से कीमत लगाई उसने
बहुत सस्ती दर से कीमत लगाई उसने
कवि दीपक बवेजा
ठंडी क्या आफत है भाई
ठंडी क्या आफत है भाई
AJAY AMITABH SUMAN
ओम के दोहे
ओम के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
हर बार ही ख्याल तेरा।
हर बार ही ख्याल तेरा।
Taj Mohammad
नाशुक्रा
नाशुक्रा
Satish Srijan
हिचकियों का रहस्य
हिचकियों का रहस्य
Ram Krishan Rastogi
■ आलेख / सामयिक चिंतन
■ आलेख / सामयिक चिंतन
*Author प्रणय प्रभात*
Sharminda kyu hai mujhse tu aye jindagi,
Sharminda kyu hai mujhse tu aye jindagi,
Sakshi Tripathi
३५ टुकड़े अरमानों के ..
३५ टुकड़े अरमानों के ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...