Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jun 2024 · 1 min read

सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।

सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।
शुरू और अंत कुदरत की लकड़ी से रहता हैं।

99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
सच तो यही हैं।
सच तो यही हैं।
Neeraj Agarwal
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
दर्द व्यक्ति को कमजोर नहीं बल्कि मजबूत बनाती है और साथ ही मे
दर्द व्यक्ति को कमजोर नहीं बल्कि मजबूत बनाती है और साथ ही मे
Rj Anand Prajapati
गुफ्तगू
गुफ्तगू
Naushaba Suriya
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...)
ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...)
डॉक्टर रागिनी
नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
Red Hot Line
Red Hot Line
Poonam Matia
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
माँ की कहानी बेटी की ज़ुबानी
माँ की कहानी बेटी की ज़ुबानी
Rekha Drolia
*मन में जिसके लग गई, प्रभु की गहरी प्यास (कुंडलिया)*
*मन में जिसके लग गई, प्रभु की गहरी प्यास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
"जीत के जीरे" में से "हार की हींग" ढूंढ निकालना कोई "मुहब्बत
*प्रणय प्रभात*
झुकना होगा
झुकना होगा
भरत कुमार सोलंकी
3359.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3359.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
Chaahat
*** तूने क्या-क्या चुराया ***
*** तूने क्या-क्या चुराया ***
Chunnu Lal Gupta
हर वो दिन खुशी का दिन है
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
याद अमानत बन गयी, लफ्ज़  हुए  लाचार ।
याद अमानत बन गयी, लफ्ज़ हुए लाचार ।
sushil sarna
काव्य_दोष_(जिनको_दोहा_छंद_में_प्रमुखता_से_दूर_रखने_ का_ प्रयास_करना_चाहिए)*
काव्य_दोष_(जिनको_दोहा_छंद_में_प्रमुखता_से_दूर_रखने_ का_ प्रयास_करना_चाहिए)*
Subhash Singhai
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
कवि दीपक बवेजा
कुछ बच्चों के परीक्षा परिणाम आने वाले है
कुछ बच्चों के परीक्षा परिणाम आने वाले है
ओनिका सेतिया 'अनु '
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
Harminder Kaur
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मैं चाहती हूँ
मैं चाहती हूँ
ruby kumari
सफल हुए
सफल हुए
Koमल कुmari
Loading...