Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2016 · 1 min read

सच्चे प्रहरी हो …

चैन से हम सो सके
इसलिए तुम गश्त लगाते हो

शेर की मॉद मे घुसकर के
तुम गीदड उसे बनाते हो

भारत के सच्चे प्रहरी हो
हर त्योहार वही मनाते हो

हम जब खुशी मनाते है
तुम देश की आन बचाते हो

देश के असली हीरो हो
गुमनामी मे खो जाते हो

चिराग तले अंधेरा होता है
यह एहसास दिलाते हो

तुम भारत के वो लाल हो
जो खुद हलाल हो जाते हो

सचमुच तुम सच्चे प्रहरी हो
भारतकी लाज बचाते हो
मस्तक ऊंचा करवाते हो

नमन तुम्हे हम सबका है
भारत का भाग्य जगाते हो ……
जय जवान

Language: Hindi
406 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माँ अपने बेटे से कहती है :-
माँ अपने बेटे से कहती है :-
Neeraj Mishra " नीर "
आता है संसार में,
आता है संसार में,
sushil sarna
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
Shweta Soni
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तुम
तुम
Tarkeshwari 'sudhi'
"Always and Forever."
Manisha Manjari
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
उनके रुख़ पर शबाब क्या कहने
उनके रुख़ पर शबाब क्या कहने
Anis Shah
Topic Wait never ends
Topic Wait never ends
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
Ramji Tiwari
3810.💐 *पूर्णिका* 💐
3810.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय प्रभात*
थोड़ी दूरी,
थोड़ी दूरी,
Sonam Puneet Dubey
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े  रखता है या
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े रखता है या
Utkarsh Dubey “Kokil”
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी खफा हो के किनारे बैठ गई है
जिंदगी खफा हो के किनारे बैठ गई है
Smriti Singh
हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा :मेरे कुछ मुक्तक
हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा :मेरे कुछ मुक्तक
Sushila joshi
स्थिरप्रज्ञ
स्थिरप्रज्ञ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
एक पति पत्नी के संयोग से ही एक नए रिश्ते का जन्म होता है और
एक पति पत्नी के संयोग से ही एक नए रिश्ते का जन्म होता है और
Rj Anand Prajapati
" स्मरणीय "
Dr. Kishan tandon kranti
*थर्मस (बाल कविता)*
*थर्मस (बाल कविता)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
Neelofar Khan
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
प्रकृति भी तो शांत मुस्कुराती रहती है
प्रकृति भी तो शांत मुस्कुराती रहती है
ruby kumari
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
'सफलता' वह मुकाम है, जहाँ अपने गुनाहगारों को भी गले लगाने से
satish rathore
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
Ram Krishan Rastogi
हिंदी हमारी शान है
हिंदी हमारी शान है
punam lata
*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
VEDANTA PATEL
Loading...