Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2021 · 1 min read

संबल मिलता है अपार

सांता क्लास की कथा हम
सब बचपन से सुनते आए
दया औ परोपकार की सीख
हम उस चरित्र से सदा पाए
ईसाइयों ने इस कथा को पूरी
दुनिया में खूब दिया विस्तार
आम आदमी के मन को भी इस
कथा से संबल मिलता है अपार
आज बाजार की ताकतें इस
पात्र को भुना रही हैं चहुंओर
जगह जगह विविध आयोजनों
में बस सांता क्लास का ही शोर

Language: Hindi
Tag: गीत
395 Views
You may also like:
फ़ितरत
फ़ितरत
Manisha Manjari
राम राम
राम राम
Sunita Gupta
धरती माँ
धरती माँ
जगदीश शर्मा सहज
बेटी
बेटी
Kanchan sarda Malu
When life  serves you with surprises your planning sits at b
When life serves you with surprises your planning sits at...
Nupur Pathak
🌺प्रेम कौतुक-191🌺
🌺प्रेम कौतुक-191🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सेंटा क्लॉज
सेंटा क्लॉज
Surinder blackpen
तटस्थ बुद्धिजीवी
तटस्थ बुद्धिजीवी
Shekhar Chandra Mitra
**--नए वर्ष की नयी उमंग --**
**--नए वर्ष की नयी उमंग --**
Shilpi Singh
बचपन को ज़िन्दगी की
बचपन को ज़िन्दगी की
Dr fauzia Naseem shad
गम
गम
जय लगन कुमार हैप्पी
कुछ समय पहले तक
कुछ समय पहले तक
*Author प्रणय प्रभात*
मैं जिंदगी हूं।
मैं जिंदगी हूं।
Taj Mohammad
*एक दिवस सब्जी मंडी में (बाल कविता)*
*एक दिवस सब्जी मंडी में (बाल कविता)*
Ravi Prakash
प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे
प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे
Ram Krishan Rastogi
'ण' माने कुच्छ नहीं
'ण' माने कुच्छ नहीं
Satish Srijan
मजदूर।
मजदूर।
Anil Mishra Prahari
सैफई रहा केन्द्र
सैफई रहा केन्द्र
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
मुहब्बत का ईनाम क्यों दे दिया।
सत्य कुमार प्रेमी
अधरों पर शतदल खिले, रुख़ पर खिले गुलाब।
अधरों पर शतदल खिले, रुख़ पर खिले गुलाब।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जियो उनके लिए/JEEYO unke liye
जियो उनके लिए/JEEYO unke liye
Shivraj Anand
ज़माने में बहुत लोगों से बहुत नुकसान हुआ
ज़माने में बहुत लोगों से बहुत नुकसान हुआ
शिव प्रताप लोधी
तांका
तांका
Ajay Chakwate *अजेय*
✍️जन्मदिन✍️
✍️जन्मदिन✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
खो गई जो किर्ति भारत की उसे वापस दिला दो।
खो गई जो किर्ति भारत की उसे वापस दिला दो।
Prabhu Nath Chaturvedi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"हमारी मातृभाषा हिन्दी"
Prabhudayal Raniwal
चाहत
चाहत
Dr Archana Gupta
होते वो जो हमारे पास ,
होते वो जो हमारे पास ,
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...