संघर्ष के बिना

जीवन की कोई कहानी नहीं, संघर्ष के बिना।
होते नहीं हैं सपनें पूरे कभी, संघर्ष के बिना।।
जीवन की कोई कहानी नहीं——————-।।
देखकर राहों में कांटें, निराश कभी होना नहीं।
देखकर पर्वत सामने, मंजिल से पीछे होना नहीं।।
मिलती नहीं है मंजिल कभी, संघर्ष के बिना।
होते नहीं हैं सपनें पूरे कभी, संघर्ष के बिना।।
जीवन की कोई कहानी नहीं——————।।
दुनिया के तानों से तुम कभी, घबराना नहीं।
अपने भी हो जाये बेगाने तो, ऑंसू बहाना नहीं।।
नहीं सँवरती है तकदीर कभी, संघर्ष के बिना।
होते नहीं हैं सपनें पूरे कभी, संघर्ष के बिना।।
जीवन की कोई कहानी नहीं——————।।
यह दौलत और शौहरत, मेहनत से ही मिलती है।
कामयाबी कर काम में, मेहनत से ही मिलती है।।
नहीं बनता है कोई विजेता कभी, संघर्ष के बिना।
नहीं होते हैं सपनें पूरे कभी, संघर्ष के बिना।।
जीवन की कोई कहानी नहीं—————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)