Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2024 · 1 min read

श्री राम मंदिर

“श्री राम मंदिर”
हो रहा श्री राम मंदिर निर्माण जन जन के हृदय में खुशियां अपार,
भारत भूमि में फैलेगी अब चहुं ओर सुख शांति और संस्कार।
हर हिन्दू का था ये सपना श्री राम जी को मिले स्थान अपना,
बरसों से देखते आए थे जिसे हम आज हुआ वो पूरा सपना।
इस सपने को पूरा करने वर्षों से कितनी कोशिशें जारी थी,
कैसी कैसी मुसीबतें झेली किसी ने तो लाठियां भी खाई थी।
बरसों के संघर्ष की सफलता से जन मन प्रफुल्लित हुआ है,
रामभक्तों के मन में खुशियां छाई हृदय भी आल्हादित हुआ है।
अब रामजन्म भूमि अयोध्या समूचे विश्व में जानी जाएगी,
यह पावन भूमि अब श्री राम के नाम से ही पहचानी जाएगी।
इस सपने के पूरा होने से करोड़ों भक्तों का सपना हुआ साकार,
देश विदेशों में गूंजेगा अब श्री राम लला की जयजयकार।
अयोध्या राम मंदिर में अब विराजेंगे श्री राम लला,
दर्शन उनके पाकर दूर हो जाएंगी सबकी बला।
मन कहता कितना भाग्यशाली हूं यहां जन्म जो पाया,
जिस पावन भूमि पर सदा से रही है ईश्वर की छाया।
हार्दिक इच्छा हरि चरणों में समर्पित अब अपना जीवन करूं,
श्री राम कृपा पाने खातिर नित्य-निरंतर वंदन-सुमिरन करूं।
अब तक जीवन बीता है पालन करने घर परिवार में,
मन की इच्छा है बाकी जीवन बीते प्रभु के दरबार में।
राम नाम का गुणगान करते अगर अंत हमारा आएगा,
प्रभु नाम सुमिरन के प्रताप से जीवन सफल हो जाएगा।।
✍️ मुकेश कुमार सोनकर, रायपुर छत्तीसगढ़

1 Like · 181 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यारी रात
प्यारी रात
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
तेवरी किसी नाकाम आशिक की आह नहीं +ज्ञानेन्द्र साज
तेवरी किसी नाकाम आशिक की आह नहीं +ज्ञानेन्द्र साज
कवि रमेशराज
पिता का प्यार
पिता का प्यार
Befikr Lafz
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
पूर्वार्थ
गुम हो जाते हैं साथ चलने वाले, क़दम भी कुछ ऐसे।
गुम हो जाते हैं साथ चलने वाले, क़दम भी कुछ ऐसे।
Manisha Manjari
जिंदगी तेरे नाम हो जाए
जिंदगी तेरे नाम हो जाए
Surinder blackpen
#आज_की_कविता :-
#आज_की_कविता :-
*प्रणय*
आदमीयत चाहिए
आदमीयत चाहिए
महेश चन्द्र त्रिपाठी
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
यही रात अंतिम यही रात भारी।
यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans
माँ मेरी जादूगर थी,
माँ मेरी जादूगर थी,
Shweta Soni
राजे महाराजाओ की जागीर बदल दी हमने।
राजे महाराजाओ की जागीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नेह का घी प्यार का आटा
नेह का घी प्यार का आटा
Seema gupta,Alwar
अदा
अदा
singh kunwar sarvendra vikram
कल तलक
कल तलक
Santosh Shrivastava
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
चांदनी रात में बरसाने का नजारा हो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
बुझ गयी
बुझ गयी
sushil sarna
खानाबदोश
खानाबदोश
Sanjay ' शून्य'
*मिलती है नवनिधि कभी, मिलती रोटी-दाल (कुंडलिया)*
*मिलती है नवनिधि कभी, मिलती रोटी-दाल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हम हिम्मत हार कर कैसे बैठ सकते हैं?
हम हिम्मत हार कर कैसे बैठ सकते हैं?
Ajit Kumar "Karn"
तेरा जो दिल करे वैसा बनाना
तेरा जो दिल करे वैसा बनाना
Meenakshi Masoom
*मेरे साथ तुम हो*
*मेरे साथ तुम हो*
Shashi kala vyas
कोंपलें फिर फूटेंगी
कोंपलें फिर फूटेंगी
Saraswati Bajpai
मां स्कंदमाता
मां स्कंदमाता
Mukesh Kumar Sonkar
वन गमन
वन गमन
Shashi Mahajan
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
सर्द
सर्द
Mamta Rani
"हँसता हुआ धुआँ"
Dr. Kishan tandon kranti
ट्रंप बनाम हैरिस
ट्रंप बनाम हैरिस
Ram Krishan Rastogi
Loading...