Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

श्रीराम का पता

कुछ पूछते है किस जगह पर रहता तेरा राम है
जो चल रही है प्राणधारा उसमें रहता राम है।
बहती हवा में राम है और व्योम में भी राम है
श्रीराम तो है हर जगह,हर रोम में भी राम है।

कुछ पूछते है किस जगह पर रहता तेरा राम है
हर सत्य में श्रीराम है और न्याय में भी राम है
सबरी के जूठे बेर में,हर प्रेम में बसते राम है
श्रीराम तो है हर जगह ,हर श्वास में ही राम है।

कुछ पूछते है किस जगह पर रहता तेरा राम है
हर पितृ के सम्मान में और राज के बलिदान में
हर भ्रात के विश्वास में और मित्रता की लाज में
श्रीराम तो शुद्ध भाव में,हर पुनीत हिय में राम है।

कुछ पूछते है किस जगह पर रहता तेरा राम है
करूणा में बसते राम है,विश्वास में भी राम है
वो दानवों के संहार में और प्राणियों के उद्धार में
श्रीराम तो है हर जगह,हर कण में बसते राम है।

कुछ पूछते है किस जगह पर रहता तेरा राम है
तुलसी के पद में राम है तो शून्य में भी राम है
भक्तों के मन में राम है और सिय से हिय में राम है
श्रीराम तो है हर जगह,हर बून्द में भी राम है।

कुछ पूछते है किस जगह पर रहता तेरा राम है
हर माँ के दिल में राम है,शुभ काज में भी राम है
श्रीराम सगुण अवतार में और निर्गुण धार में
श्री राम तो है हर जगह, वो है सकल संसार में।

1 Like · 376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नन्दलाल सुथार "राही"
View all

You may also like these posts

___गोता
___गोता
Varun Singh Gautam
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
Rj Anand Prajapati
*अपना-अपना दृष्टिकोण ही, न्यायाधीश सुनाएगा (हिंदी गजल)*
*अपना-अपना दृष्टिकोण ही, न्यायाधीश सुनाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अपना अपना सच
अपना अपना सच
Dr.Archannaa Mishraa
वो पत्थर याद आते हैं
वो पत्थर याद आते हैं
प्रकाश कुमार "बाग़ी"
तुम मुझे भूल जाओगी
तुम मुझे भूल जाओगी
Akash Agam
द्रौपदी का रोष
द्रौपदी का रोष
Jalaj Dwivedi
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
#माँ, मेरी माँ
#माँ, मेरी माँ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
अपने आपको मस्तिष्क और हृदय से इतना मजबूत बनाओ की मृत्यु के क
अपने आपको मस्तिष्क और हृदय से इतना मजबूत बनाओ की मृत्यु के क
Rj Anand Prajapati
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय*
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
Ranjeet kumar patre
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
मैं होता डी एम
मैं होता डी एम"
Satish Srijan
बदलियां
बदलियां
surenderpal vaidya
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
VINOD CHAUHAN
हे मात भवानी...
हे मात भवानी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
"बचपन"
Dr. Kishan tandon kranti
माँ के बिना घर आंगन अच्छा नही लगता
माँ के बिना घर आंगन अच्छा नही लगता
Basant Bhagawan Roy
मुसम्मम इरादा कीजिए
मुसम्मम इरादा कीजिए
मनोज कर्ण
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
Kanchan Khanna
मौसम आया फाग का,
मौसम आया फाग का,
sushil sarna
You can't skip chapters, that's not how life works. You have
You can't skip chapters, that's not how life works. You have
पूर्वार्थ
2973.*पूर्णिका*
2973.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मातृशक्ति
मातृशक्ति
Sanjay ' शून्य'
चंद्र मौली भाल हो
चंद्र मौली भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
किसी के मर जाने पर उतना नहीं रोया करता
किसी के मर जाने पर उतना नहीं रोया करता
शिव प्रताप लोधी
चिंतन...
चिंतन...
ओंकार मिश्र
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
चैन से रहने का हमें
चैन से रहने का हमें
शेखर सिंह
Loading...