Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2023 · 1 min read

शेष कुछ

अपने भीतर के भावों को
मैं जीती हूं या छलती हूं
कैसे कह दूं मैं जीती हूं
पग पग पर इसमें पत्थर हैं
और बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं
दिग्भ्रमित करे जो भावों को
ऐसी इसकी धाराएं हैं
है सफल प्रयास अभी मेरा
मैं पार करूंगी सब बंधन
पर पहुंचेगी गंतव्य पर जब
क्या शेष बचेगा कुछ मुझ में।

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कहाँ तुम पौन हो
कहाँ तुम पौन हो
Pt. Brajesh Kumar Nayak
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
विरह वेदना जब लगी मुझे सताने
विरह वेदना जब लगी मुझे सताने
Ram Krishan Rastogi
शिष्टाचार के दीवारों को जब लांघने की चेष्टा करते हैं ..तो दू
शिष्टाचार के दीवारों को जब लांघने की चेष्टा करते हैं ..तो दू
DrLakshman Jha Parimal
हिंदी हमारी शान है
हिंदी हमारी शान है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
क्या करे कोई?
क्या करे कोई?
Shekhar Chandra Mitra
फितरत बदल रही
फितरत बदल रही
Basant Bhagawan Roy
तुलसी
तुलसी
AMRESH KUMAR VERMA
// जिंदगी दो पल की //
// जिंदगी दो पल की //
Surya Barman
#परिहास
#परिहास
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे आदर्श मेरे पिता
मेरे आदर्श मेरे पिता
Dr. Man Mohan Krishna
हौसला
हौसला
डॉ. शिव लहरी
जेब में सरकार लिए फिरते हैं
जेब में सरकार लिए फिरते हैं
VINOD KUMAR CHAUHAN
सफलता और सुख  का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना
सफलता और सुख का मापदण्ड स्वयं निर्धारित करनांआवश्यक है वरना
Leena Anand
2321.पूर्णिका
2321.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*बाण जरूरी है 【मुक्तक】*
*बाण जरूरी है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
ज़िंदगी मौत पर खत्म होगी
ज़िंदगी मौत पर खत्म होगी
Dr fauzia Naseem shad
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
क्या....
क्या....
हिमांशु Kulshrestha
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
वैभव बेख़बर
ओ मेरे हमदर्द
ओ मेरे हमदर्द
gurudeenverma198
" एक बार फिर से तूं आजा "
Aarti sirsat
सीरिया रानी
सीरिया रानी
Dr. Mulla Adam Ali
वो_हमे_हम उन्हें_ याद _आते _रहेंगे
वो_हमे_हम उन्हें_ याद _आते _रहेंगे
कृष्णकांत गुर्जर
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
जिंदगी में.....
जिंदगी में.....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
★HAPPY FATHER'S DAY ★
★HAPPY FATHER'S DAY ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
Ms.Ankit Halke jha
Loading...