Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2022 · 1 min read

शीर्षक: “मैं तेरे शहर आ भी जाऊं तो”

मैं तेरे शहर आ भी जाऊं,
तो मन्नै के मिलैगा।
देख कै तेरे हालात,
मेरा जी जलैगा।।
दम घोटु हवा,
यो बेबख्त तवा,
बेमतलब भड़क,
बेहिसाब दवा।
चक्कर घमचक्कर,
धूमा सर पकड़ैगा।।
मैं तेरे शहर आ भी जाऊं तो………
फुरसत कदे नहीं,
खुद का बी हिसाब नहीं।
नींद बेटैम,
के ईब कोए ख्वाब नहीं।।
हर कोए खोद मारै,
टेंशन का बोझ मारै।
एनर्जी ड्रिंक फ्लॉप तेरी,
होज्या पॉकेटमारी,
कोए और ए मौज मारै।।
सिस्टम हैंग “सुनील सैनी”
क्यूकर गुजारा चलैगा।
मैं तेरे शहर आ भी जाऊं तो……..

©सुनील सैनी “सीना”,
राम नगर, रोहतक रोड़, जीन्द (हरियाणा)-१२६१०२.

2 Likes · 58 Views
You may also like:
जीवन अनमोल है।
जीवन अनमोल है।
जगदीश लववंशी
💐प्रेम कौतुक-403💐
💐प्रेम कौतुक-403💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
Dushyant kumar Patel
औरत एक अहिल्या
औरत एक अहिल्या
Surinder blackpen
मेरे पृष्ठों को खोलोगे _यही संदेश पाओगे ।
मेरे पृष्ठों को खोलोगे _यही संदेश पाओगे ।
Rajesh vyas
"नजरिया"
Dr. Kishan tandon kranti
कि मुझे सबसे बहुत दूर ले जाएगा,
कि मुझे सबसे बहुत दूर ले जाएगा,
Deepesh सहल
ज़िंदगी में न ज़िंदगी देखी
ज़िंदगी में न ज़िंदगी देखी
Dr fauzia Naseem shad
जन्मदिवस का महत्व...
जन्मदिवस का महत्व...
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
सत्य कुमार प्रेमी
■ दोहा / प्रभात चिंतन
■ दोहा / प्रभात चिंतन
*Author प्रणय प्रभात*
असली पप्पू
असली पप्पू
Shekhar Chandra Mitra
छठ गीत (भोजपुरी)
छठ गीत (भोजपुरी)
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
बुंदेली दोहा:-
बुंदेली दोहा:-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गाछ (लोकमैथिली हाइकु)
गाछ (लोकमैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कुल के दीपक
कुल के दीपक
Utkarsh Dubey “Kokil”
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*मुक्तक*
*मुक्तक*
LOVE KUMAR 'PRANAY'
गुलशन के हर फूल को।
गुलशन के हर फूल को।
Taj Mohammad
माँ भारती का अंश वंश
माँ भारती का अंश वंश
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
महताब जमीं पर
महताब जमीं पर
Satish Srijan
नमन करूँ कर जोर
नमन करूँ कर जोर
Dr. Sunita Singh
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Sakshi Tripathi
मत पूछो मुझ पर  क्या , क्या  गुजर रही
मत पूछो मुझ पर क्या , क्या गुजर रही
श्याम सिंह बिष्ट
परवाना ।
परवाना ।
Anil Mishra Prahari
ये आँसू मत बहाओ तुम
ये आँसू मत बहाओ तुम
gurudeenverma198
श्रृंगारिक दोहे
श्रृंगारिक दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
आकाश महेशपुरी
रंगोली (कुंडलिया )
रंगोली (कुंडलिया )
Ravi Prakash
चरित्र
चरित्र
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
Loading...