Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Apr 2023 · 1 min read

शिखर ब्रह्म पर सबका हक है

शिखर ब्रह्म पर सबका हक है
~~°~~°~~°
ऋषि गोत्रीय चंद मांसाहारी ,
विप्र महान तन जनेऊधारी।
वेद कर्म का मान जो भूला ,
झूठ सत्य का ज्ञान वो भूला ।
कहता स्वयं को शक्ति उपासक,
पर कर्म से लगता यज्ञ विध्वंसक।
कुछ समझ नहीं,उसे जब आता है,
फिर पीट-पीट कर छाती अपनी,
वो रोज-रोज पगलाता है ।

अत्याचारी पर सम्मान दिखाता,
धर्मनिष्ठ को अपमानित करता।
नृप सुविज्ञ को नित्य गाली पढ़ता,
रंगा बिल्ला कहकर उसे बुलाता ।
वामी कामी जाल में फँसकर
धर्मच्युत में निज जाति ढूंढता।
कुछ समझ नहीं,उसे जब आता है,
फिर पीट-पीट कर,छाती अपनी,
वो रोज-रोज पगलाता है ।

चोटी और जनेऊ मात्र से ही कोई
वेद मर्मज्ञ और प्रकाण्ड नहीं है।
शिखर ब्रह्म पर सबका हक है
चाहे पिछड़ा या वो दलित है।
स्वीकार करो तुम दिल से सबको,
निज जाति अहं क्यों दिखलाता है।
ईर्ष्या द्वेष बीज को मन में रखकर,
क्यों रोज रोज पगलाता है…?

मौलिक और स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – २३ /०४ /२०२३
वैशाख , शुक्ल पक्ष , तृतीया ,रविवार
विक्रम संवत २०८०
मोबाइल न. – 8757227201
ई-मेल – mk65ktr@gmail.com

3 Likes · 2 Comments · 348 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विदंबना
विदंबना
Bodhisatva kastooriya
संघर्ष से‌ लड़ती
संघर्ष से‌ लड़ती
Arti Bhadauria
लगे मौत दिलरुबा है।
लगे मौत दिलरुबा है।
Taj Mohammad
ट्रेन दुर्घटना
ट्रेन दुर्घटना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मात खा जाएगा बेटा!
मात खा जाएगा बेटा!
*Author प्रणय प्रभात*
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची  हैं उड़ाने,
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची हैं उड़ाने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
# तेल लगा के .....
# तेल लगा के .....
Chinta netam " मन "
सामंत वादियों ने बिछा रखा जाल है।
सामंत वादियों ने बिछा रखा जाल है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
Er.Navaneet R Shandily
बच्चा बूढ़ा हो गया , यौवन पीछे छोड़ (कुंडलिया )
बच्चा बूढ़ा हो गया , यौवन पीछे छोड़ (कुंडलिया )
Ravi Prakash
बेटी की बिदाई ✍️✍️
बेटी की बिदाई ✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
खुली आंखें जब भी,
खुली आंखें जब भी,
Lokesh Singh
प्यारी मां
प्यारी मां
Mukesh Kumar Sonkar
नशा मुक्त अनमोल जीवन
नशा मुक्त अनमोल जीवन
Anamika Singh
पिंजरे के पंछी को उड़ने दो
पिंजरे के पंछी को उड़ने दो
Dr Nisha nandini Bhartiya
शेर
शेर
Rajiv Vishal (Rohtasi)
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ Rãthí
रास्ते
रास्ते
Dr fauzia Naseem shad
कविता
कविता " बोध "
vishwambhar pandey vyagra
मेरे हर सिम्त जो ग़म....
मेरे हर सिम्त जो ग़म....
अश्क चिरैयाकोटी
भारत का संविधान
भारत का संविधान
rkchaudhary2012
रक्तदान
रक्तदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
If you migrate to search JOBS
If you migrate to search JOBS
Ankita Patel
ईद में खिलखिलाहट
ईद में खिलखिलाहट
Dr. Kishan Karigar
तुम बिन आवे ना मोय निंदिया
तुम बिन आवे ना मोय निंदिया
Ram Krishan Rastogi
अंधेर नगरी-चौपट राजा
अंधेर नगरी-चौपट राजा
Shekhar Chandra Mitra
अरदास
अरदास
Buddha Prakash
माता-पिता की जान है उसकी संतान
माता-पिता की जान है उसकी संतान
Umender kumar
सासूमां का मिजाज
सासूमां का मिजाज
Seema gupta,Alwar
आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी
आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...