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17 Feb 2023 · 1 min read

शायरी की तलब

हमें दिल लगाने की तलब थी
उन्हें चस्का दिल जलाने का
हमें पास उनके जाने की तलब थी
उनके पास हुनर हमें सताने का

आज हमें शायरी की तलब है
और उन्हें इंतज़ार शायरी का
कोसो दूर रहे एक दूसरे से ताउम्र
फलसफा यही रहा ज़िंदगी का

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 1140 Views
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