Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

शराब

हलक को जलाती ,
उतरती हलक में शराब कहते है।।
लाख काँटों की खुशबू गुलाब कहते है।।
छुपा हो चाँद जिसके दामन में
हिज़ाब कहते है।।
ठंडी हवा के झोंके उड़ती जुल्फों
में छुपा चाँद सा चेहरा, बिखरी
जुल्फों में चाँद का दीदार कहते है।।
सुर्ख गालों की गुलाबी ,लवों की
लाली बहकती अदाओं को साकी
शवाब कहते है।।
लगा दे आग पानी में सर्द की
बर्फ पिघला दे जवानी की रवानी
जवानी कहते है।।
जमीं पे पाँव रखते ही जमीं के
जज्बे में हरकत जमीं
की नाज़ मस्ती की हस्ती को
मस्तानी ही कहते हैं।।
सांसों की गर्मी से बहक जाए
जग सारा जहाँ का गुलशन
गुलज़ार कहते है ।।

धड़कते दिल की धड़कन से साज
की नाज़ मीत का गीत संगीत कहते है।।
सांसो की गर्मी से निकलती
चिंगारी ,ज्वाला हद ,हसरत की दीवानी उसे कहते है।।
मिटा दे अपनी हस्ती को या
मिट जाए आशिकी में आशिक
नाम कहते है।।
नशे में चूर इश्क के जाम जज्बे
में हुस्न का इश्क में दीदार कहते
है।।
नादाँ दिल की शरारत में
कमसिन बहक जाए कली
नाज़ुक का खिलना चमन
बहार कहते है।।
सावन के फुहारों में ,वासंती
बयारों में बलखाती बाला बंद
बोतल की शराब पैमाने का इंतज़ार कहते है।। इश्क के अश्क ,अक्स एक दूजे
के दिल नज़रों में उतर जाए इश्क की इबादत इश्क इज़हार कहते है।।

Language: Hindi
132 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
View all

You may also like these posts

हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
हकीकत जानूंगा तो सब पराए हो जाएंगे
Ranjeet kumar patre
4748.*पूर्णिका*
4748.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किताबों की दुनिया
किताबों की दुनिया
Shweta Soni
जो हम सोचेंगे वही हम होंगे, हमें अपने विचार भावना को देखना ह
जो हम सोचेंगे वही हम होंगे, हमें अपने विचार भावना को देखना ह
Ravikesh Jha
Packers and movers in Jind |Movers and Packers in Jind
Packers and movers in Jind |Movers and Packers in Jind
Hariompackersandmovers
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गाँव अकेला गाँव अकेला।
गाँव अकेला गाँव अकेला।
Arun Prasad
प्रेषित करें प्रणाम
प्रेषित करें प्रणाम
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कोटेशन ऑफ डॉ . सीमा
कोटेशन ऑफ डॉ . सीमा
Dr.sima
ऋषि 'अष्टावक्र'
ऋषि 'अष्टावक्र'
Indu Singh
*** आप भी मुस्कुराइए ***
*** आप भी मुस्कुराइए ***
Chunnu Lal Gupta
टुकड़े हजार किए
टुकड़े हजार किए
Pratibha Pandey
गम एक जहर है ,फिर भी पिए जाती हूँ ।
गम एक जहर है ,फिर भी पिए जाती हूँ ।
TAMANNA BILASPURI
सच्चा लगता झूठ का,
सच्चा लगता झूठ का,
sushil sarna
मातृशक्ति का ये अपमान?
मातृशक्ति का ये अपमान?
Anamika Tiwari 'annpurna '
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
DrLakshman Jha Parimal
सियासी गली में
सियासी गली में
*प्रणय*
सच के आईने में
सच के आईने में
मधुसूदन गौतम
-भ्रम में जीता है आदमी -
-भ्रम में जीता है आदमी -
bharat gehlot
मन को कर लो अपना हल्का ।
मन को कर लो अपना हल्का ।
Buddha Prakash
उम्मीद अगर बहुत ज़्यादा होती है
उम्मीद अगर बहुत ज़्यादा होती है
Ajit Kumar "Karn"
दरख़्त
दरख़्त
Dr. Kishan tandon kranti
जय माँ कालरात्रि 🙏
जय माँ कालरात्रि 🙏
डॉ.सीमा अग्रवाल
जो चलाता है पूरी कायनात को
जो चलाता है पूरी कायनात को
shabina. Naaz
झूठा प्यार।
झूठा प्यार।
Sonit Parjapati
The Heart Wishes For The Waves.
The Heart Wishes For The Waves.
Manisha Manjari
दिसम्बर की ठंड़
दिसम्बर की ठंड़
Girija Arora
No amount of regret changes the past.
No amount of regret changes the past.
पूर्वार्थ
Loading...