Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2023 · 1 min read

शब्द सारे ही लौट आए हैं

शब्द सारे ही लौट आए हैं
किसी ने भी तुम्हें छुआ ही नहीं …!
रंजना वर्मा’रैन’

52 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरी नन्ही परी।
मेरी नन्ही परी।
लक्ष्मी सिंह
कलाकार की कला✨
कलाकार की कला✨
Skanda Joshi
युग बीते और आज भी ,
युग बीते और आज भी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ठोकर भी बहुत जरूरी है
ठोकर भी बहुत जरूरी है
Anil Mishra Prahari
*
*"गौतम बुद्ध"*
Shashi kala vyas
Deepak Kumar Srivastava
Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam"
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नारी- स्वरूप
नारी- स्वरूप
Buddha Prakash
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
Ram Krishan Rastogi
When you realize that you are the only one who can lift your
When you realize that you are the only one who can lift your
Manisha Manjari
गीत-3 (स्वामी विवेकानंद)
गीत-3 (स्वामी विवेकानंद)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
💐अज्ञात के प्रति-34💐
💐अज्ञात के प्रति-34💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
😊चुनावी साल😊
😊चुनावी साल😊
*Author प्रणय प्रभात*
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
झूठा घमंड
झूठा घमंड
Shekhar Chandra Mitra
“ अपनों में सब मस्त हैं ”
“ अपनों में सब मस्त हैं ”
DrLakshman Jha Parimal
मेरी सफर शायरी
मेरी सफर शायरी
Ms.Ankit Halke jha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
Kbhi Karib aake to dekho
Kbhi Karib aake to dekho
Sakshi Tripathi
शक्ति साधना सब करें
शक्ति साधना सब करें
surenderpal vaidya
* घर में खाना घर के भीतर,रहना अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/ गीत
* घर में खाना घर के भीतर,रहना अच्छा लगता है 【हिंदी गजल/ गीत
Ravi Prakash
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
छुपाती मीडिया भी है बहुत सरकार की बातें
Dr Archana Gupta
नाविक तू घबराता क्यों है
नाविक तू घबराता क्यों है
Satish Srijan
तुमसे कितना प्यार है
तुमसे कितना प्यार है
gurudeenverma198
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
मैथिली साहित्य मे परिवर्तन से आस जागल।
Acharya Rama Nand Mandal
विधाता का लेख
विधाता का लेख
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
"काँच"
Dr. Kishan tandon kranti
शायरी संग्रह नई पुरानी शायरियां विनीत सिंह शायर
शायरी संग्रह नई पुरानी शायरियां विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला
गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...