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24 May 2023 · 1 min read

शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।

शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है।
तो आइए और अपने आप में वे मानवीय सद्भाव खोजें।

सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा

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