Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2020 · 1 min read

वो है संस्कृति

जिस बालिका को मेने जनम दिया,
वह है संस्कृति वह है संस्कृति वो संस्कृति है,
वो चंचल है मधु गुंजन वन की गुंजरी है,
बाल सुलभ तितली कृति है,
वह है संस्कृति वह है संस्कृति वो संस्कृति है।

वह अटल रहे गिरी राज बने ,
वह सरल रहे मृदुभाष बने,
गंगा-यमुना सी अमृति है,
वह है संस्कृति वह है संस्कृति वो संस्कृति है ।

वह ज्योति में रविचंद्र बने,
वह औषधि में मंदार बने,
उमा की पुरस्कृति है,
वह है संस्कृति वह है संस्कृति वो संस्कृति है।
मैं विनती करु माँ कालीका से,
तु दया करना उस बालिका पे,
वह तेरी ही तो आश्रिती है,
वह है संस्कृति वह है संस्कृति वो संस्कृति है।

— उमा झा

Language: Hindi
Tag: कविता
8 Likes · 2 Comments · 276 Views
You may also like:
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच ।
Arvind trivedi
आव्हान
आव्हान
Shyam Sundar Subramanian
गुमनाम ही रहने दो
गुमनाम ही रहने दो
VINOD KUMAR CHAUHAN
✍️कभी कभी
✍️कभी कभी
'अशांत' शेखर
चंद्र प्रकाश द्वय:ः मधुर यादें
चंद्र प्रकाश द्वय:ः मधुर यादें
Ravi Prakash
It is not necessary to be beautiful for beauty,
It is not necessary to be beautiful for beauty,
Sakshi Tripathi
बेटियां
बेटियां
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
553 बां प़काश पर्व गुरु नानक देव जी का जन्म दिन
553 बां प़काश पर्व गुरु नानक देव जी का जन्म...
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Writing Challenge- सम्मान (Respect)
Writing Challenge- सम्मान (Respect)
Sahityapedia
ऋतुराज बसंत
ऋतुराज बसंत
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
मधुशाला अभी बाकी है ।।
मधुशाला अभी बाकी है ।।
Prakash juyal 'मुकेश'
मौत की हक़ीक़त है
मौत की हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
अंधेरों रात और चांद का दीदार
अंधेरों रात और चांद का दीदार
Charu Mitra
💐💐बेबी मेरा टेस्ट ले रही💐💐
💐💐बेबी मेरा टेस्ट ले रही💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरी क्यारी फूल भरी
मेरी क्यारी फूल भरी
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
ये सच है कि उनके सहारे लिए
ये सच है कि उनके सहारे लिए
हरवंश हृदय
उसने मुझको बुलाया तो जाना पड़ा।
उसने मुझको बुलाया तो जाना पड़ा।
सत्य कुमार प्रेमी
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी द्वारा
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी...
Dr Archana Gupta
वो इश्क किस काम का
वो इश्क किस काम का
Ram Krishan Rastogi
Unlock your dreams
Unlock your dreams
Nupur Pathak
वाणी की देवी वीणापाणी और उनके श्री विगृह का मूक सन्देश (वसंत पंचमी विशेष लेख)
वाणी की देवी वीणापाणी और उनके श्री विगृह का मूक...
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
एक लड़का
एक लड़का
Shiva Awasthi
क्या यही ज़िंदगी है?
क्या यही ज़िंदगी है?
Shekhar Chandra Mitra
ओ परदेसी तेरे गांव ने बुलाया,
ओ परदेसी तेरे गांव ने बुलाया,
अनूप अम्बर
मध्यम वर्गीय परिवार ( किसान)
मध्यम वर्गीय परिवार ( किसान)
Nishant prakhar
होली
होली
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
शायरी संग्रह
शायरी संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
■ मुक्तक / दिल हार गया
■ मुक्तक / दिल हार गया
*Author प्रणय प्रभात*
संत गाडगे संदेश 2
संत गाडगे संदेश 2
Vijay kannauje
Loading...