Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2022 · 2 min read

*”वो भी क्या दीवाली थी”*

*”वो भी क्या दिवाली थी”*
बचपन के दिन भी क्या दिन थे ,
माँ रसोई घर में लजीज व्यंजन पकवान बनाती।
भैया ,पापा सब मिलकर छतों दीवारों पर ,
रंग बिरंगी जगमाती झालर लाइट्स लगाते।
रौशन हो घर जगमगा उठता ,
जैसे नई दिशा उम्मीदों को फिर से जगाते।
*”वो भी क्या दिवाली थी……! !*
फुलझड़ी फटाखों से डरते रोते हुए ,
घर के अंदर दुबक जाते थे।
फटाखे की चिंगारी से डर लगता ,
अनार चकरी देख दूर से ताली बजाते।
पापा सबके हिस्से की फटाखे बाँट कर ,
दीपावली पर्व की पूजन करने जाते।
दीपमालिका सजी थाल में लेके ,
पूरे घर में दीप प्रज्वलित करते जाते।
*”वो भी क्या दिवाली थी…..! ! !*
दीप प्रज्वलन के बाद फटाखे जलाते ,
बड़े भाई फटाखे चला हम सबको दिखलाते,
दूर से ही देख हम ताली बजा खुश हो जाते।
मम्मी पापा खील बताशे मिठाई लेकर ,
सब बच्चों का मुँह मीठा करवाते।
बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर ही ,
दिवाली हँसी खुशी उमंग त्यौहार मनाते।
*”वो भी क्या दिवाली थी……! ! !*
अच्छे नए कपड़े लेने की फरमाइश करते ,
सबकी पसंद नापसन्द का ख्याल रखते।
छत मुंडेर पर दीप जला घर रोशन कर जाते।
जगमगाती दीये की कतारों से नई दिशा की ओर ले जाते।
चेहरों पे खुशियों की झलक मिलती ,
लक्ष्मी गणेश संग पधार कर धन धान्य सुख समृद्धि दे जाते।
*”वो भी क्या दीवाली थी….! ! !*
सज संवर कर नए वस्त्र पहनकर ,
लक्ष्मी पूजन कर छत पर आतिशबाजी नजारा देखते।
तरह तरह के नए फटाखे फोड़ते हुए ,
धूमधाम से दीवाली त्यौहार मनाते।
दो सिरों पे रस्सी से रेलगाड़ी वाली सीटी बजाती फटाखे का मजा लेते।
चकरी ,अनार ,एटम बम ,रस्सी बम,लक्ष्मी फटाखे लाल बम ,काली गोली नाग जलाते।
फुलझड़ियों की चमकती हुई रोशनी में,
गोल गोल आकार बनाकर घुमाते जाते।
रंगीन रौशनी की लड़ियों को जला कर ,
चितपिट ,सिघाड़ा बम सुतली जलाते।
लोहे की पिस्टिल से रील फटाखे चलाते।
कभी कभी उसे छोटे हथौड़ी से जमीन पे रखकर फोड़ते जाते।
खूब मजे से दीवाली मनाते ,हँसी खुशी त्यौहार मनाते।
गुजिया ,पपड़ी ,गुलाब जामुन ,रसमलाई ,
चिवड़ा नमकीन सभी पकवान छक कर खाते।
*”वो भी क्या दीवाली थी …! ! !*
दूसरे दिन सभी घरों में प्रसाद विरतण ,
बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद पैर छूकर कुछ उपहार स्वरूप लेकर आते।
यूँ ही दीवाली मनाई जाती ,
रौनक लौट आती खुशियाँ जी भरकर ,
उम्मीदों का दामन थाम नई दिशा में ,
कदम बढ़ाकर सुखी जीवन की ओर आकर्षित कर जाती।
*”काश वो दिन दीवाली के फिर से लौट आए,
आशा की किरणों से उम्मीद का दामन थाम ,
ये जीवन खुशियों से सरोबार हो जाए…..! ! !*
*”फिर से वही दीवाली हम सभी एक साथ मनाए”*
*”आओ हम सब मिलकर नई आशाओं का दीप जलाए”*
*”उम्मीद की किरणों से नव जीवन प्रकाश से भर जाए”*
*”वो भी क्या दीवाली थी…..अब नई दिशा में नए सिरे से खुशी मनाए”*
शुभ दीपावली पर्व मंगलमय हो।🙏🌹🌹🌹
*शशिकला व्यास* 📝✍

Language: Hindi
2 Likes · 87 Views

Books from Shashi kala vyas

You may also like:
✍️ मिलाप...
✍️ मिलाप...
'अशांत' शेखर
Ek din ap ke pas har ek
Ek din ap ke pas har ek
Vandana maurya
किरदार
किरदार
SAGAR
प्यार में
प्यार में
श्याम सिंह बिष्ट
*गंगा (कुंडलिया)*
*गंगा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Har subha uthti hai ummid ki kiran
Har subha uthti hai ummid ki kiran
कवि दीपक बवेजा
स्वच्छता
स्वच्छता
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
शिव दोहा एकादशी
शिव दोहा एकादशी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ये गीत और ग़ज़ल ही मेरे बाद रहेंगे,
ये गीत और ग़ज़ल ही मेरे बाद रहेंगे,
सत्य कुमार प्रेमी
★उसकी यादों का साया★
★उसकी यादों का साया★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
247.
247. "पहली पहली आहट"
MSW Sunil SainiCENA
💐प्रेम कौतुक-228💐
💐प्रेम कौतुक-228💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन में खुश कैसे रहें
जीवन में खुश कैसे रहें
Dr fauzia Naseem shad
तो क्या हुआ
तो क्या हुआ
Faza Saaz
🚩परशु-धार-सम ज्ञान औ दिव्य राममय प्रीति
🚩परशु-धार-सम ज्ञान औ दिव्य राममय प्रीति
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Writing Challenge- वादा (Promise)
Writing Challenge- वादा (Promise)
Sahityapedia
महाड़ सत्याग्रह
महाड़ सत्याग्रह
Shekhar Chandra Mitra
राष्ट्रीय गणित दिवस....
राष्ट्रीय गणित दिवस....
डॉ.सीमा अग्रवाल
हम भी रूठ जायेंगे
हम भी रूठ जायेंगे
Surinder blackpen
. *विरोध*
. *विरोध*
Rashmi Sanjay
■ कविता / मेरे नायक : अवधेश राम
■ कविता / मेरे नायक : अवधेश राम
*Author प्रणय प्रभात*
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye...
Sakshi Tripathi
होलिका दहन
होलिका दहन
Buddha Prakash
गजल
गजल
जगदीश शर्मा सहज
संत गाडगे संदेश 2
संत गाडगे संदेश 2
Vijay kannauje
पार्क
पार्क
मनोज शर्मा
"दर्द की महक"
Dr. Kishan tandon kranti
💐 मेरी तलाश💐
💐 मेरी तलाश💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" चंद अश'आर " - काज़ीकीक़लम से
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...