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22 Feb 2023 · 1 min read

वो खुलेआम फूल लिए फिरते हैं

वो खुलेआम फूल लिए फिरते हैं
फूलों की इज्जत उछाल रखी है

जिस्मो की हवस के आशिक कई
जिन्होंने मोहब्बत बिगाड़ रखी है !

✍कवि दीपक सरल

2 Likes · 195 Views
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