Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

“विश्वास”

“विश्वास”
विश्वास के तेल से हर जोत जलता है,
विश्वास की राह में ही रब मिलता है।
चाहे मुश्किलें हों या फिर मिले नाक़ामियाँ,
विश्वास के बल पे ही इंसान गिरके सम्हलता है।

3 Likes · 3 Comments · 73 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
Ajit Kumar "Karn"
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सिर्फ कह के नही कर के दिखाना है मुझको
सिर्फ कह के नही कर के दिखाना है मुझको
Harinarayan Tanha
শত্রু
শত্রু
Otteri Selvakumar
फिलिस्तीन इजराइल युद्ध
फिलिस्तीन इजराइल युद्ध
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
माता, महात्मा, परमात्मा
माता, महात्मा, परमात्मा
ओंकार मिश्र
2982.*पूर्णिका*
2982.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" कल से करेंगे "
Ranjeet kumar patre
खुदा सा लगता है।
खुदा सा लगता है।
Taj Mohammad
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
एक छोटी सी मुस्कान के साथ आगे कदम बढाते है
एक छोटी सी मुस्कान के साथ आगे कदम बढाते है
Karuna Goswami
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
Phool gufran
"मैं मजदूर हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
Shweta Soni
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
करार दे
करार दे
SHAMA PARVEEN
और कितनें पन्ने गम के लिख रखे है साँवरे
और कितनें पन्ने गम के लिख रखे है साँवरे
Sonu sugandh
अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
कवि दीपक बवेजा
दोस्ती
दोस्ती
Neeraj Agarwal
*तंजीम*
*तंजीम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Why am I getting so perplexed ?
Why am I getting so perplexed ?
Chaahat
चांद अब हम तेरा दीदार करेगें
चांद अब हम तेरा दीदार करेगें
Dr.Priya Soni Khare
मुझसे न पूछ दिल में तेरा क्या मुक़ाम है ,
मुझसे न पूछ दिल में तेरा क्या मुक़ाम है ,
Dr fauzia Naseem shad
कैसी दास्तां है
कैसी दास्तां है
Rajeev Dutta
यादों के शहर में
यादों के शहर में
Madhu Shah
यूं मेरी आँख लग जाती है,
यूं मेरी आँख लग जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...