Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

*विश्वामित्र (कुंडलिया)*

विश्वामित्र (कुंडलिया)

आए विश्वामित्र जी, लेने प्रभु श्री राम
बोले दशरथ से मुझे, इनसे ही है काम
इनसे ही है काम, यज्ञ-रक्षा करवाना
सहित लक्ष्मण-वीर, साथ में लेकर जाना
कहते रवि कविराय, असुर सब मार गिराए
धन्य-धन्य रघुवीर, यज्ञ-हित प्रभु तुम आए

रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 99976 15451

160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
कितना रोका था ख़ुद को
कितना रोका था ख़ुद को
हिमांशु Kulshrestha
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शैशव की लयबद्ध तरंगे
शैशव की लयबद्ध तरंगे
Rashmi Sanjay
दुःखडा है सबका अपना अपना
दुःखडा है सबका अपना अपना
gurudeenverma198
■ संवेदनशील मन अतीत को कभी विस्मृत नहीं करता। उसमें और व्याव
■ संवेदनशील मन अतीत को कभी विस्मृत नहीं करता। उसमें और व्याव
*Author प्रणय प्रभात*
शायरी
शायरी
Shyamsingh Lodhi Rajput(LR)
रक्षक या भक्षक
रक्षक या भक्षक
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
पर्यावरण दिवस
पर्यावरण दिवस
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-343💐
💐प्रेम कौतुक-343💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
Er. Sanjay Shrivastava
गुलदस्ता नहीं
गुलदस्ता नहीं
Mahendra Narayan
जिद्दी
जिद्दी
लक्ष्मी सिंह
विदंबना
विदंबना
Bodhisatva kastooriya
बच्चे बूढ़े और जवानों में
बच्चे बूढ़े और जवानों में
विशाल शुक्ल
मन-गगन!
मन-गगन!
Priya princess panwar
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
Manu Vashistha
अति
अति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं तेरा बन जाऊं जिन्दगी।
मैं तेरा बन जाऊं जिन्दगी।
Taj Mohammad
!! गुलशन के गुल !!
!! गुलशन के गुल !!
Chunnu Lal Gupta
ज़माने में बहुत लोगों से बहुत नुकसान हुआ
ज़माने में बहुत लोगों से बहुत नुकसान हुआ
शिव प्रताप लोधी
गुमान
गुमान
AJAY AMITABH SUMAN
✍️हम बाहर हो गये
✍️हम बाहर हो गये
'अशांत' शेखर
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
वक्त के दामन से दो पल चुरा के दिखा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं  नहीं   हो  सका,   आपका  आदतन
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
'समय का सदुपयोग'
'समय का सदुपयोग'
Godambari Negi
*चले जा रहे दुनिया से सब,अपनी-अपनी बारी*
*चले जा रहे दुनिया से सब,अपनी-अपनी बारी*
Ravi Prakash
जिंदगी एक ख़्वाब सी
जिंदगी एक ख़्वाब सी
डॉ. शिव लहरी
भारत का सर्वोच्च न्यायालय
भारत का सर्वोच्च न्यायालय
Shekhar Chandra Mitra
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो  एक  है  नारी
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो एक है नारी
Anil Mishra Prahari
Loading...