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19 Jul 2018 · 1 min read

प्रेम

विवेक पूर्ण सद् सात्विक आचरण है प्रेम।
जग जीतने का सुन्दर आवरण है प्रेम।
सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय सदा यह,
जीवन जीने का सही व्याकरण है प्रेम।
. . . -लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
123 Views
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