Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2024 · 1 min read

विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच

विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमचंद

2 Likes · 52 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक अलग ही दुनिया
एक अलग ही दुनिया
Sangeeta Beniwal
"इन्तेहा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कमला हैरिस ज़िंदाबाद
कमला हैरिस ज़िंदाबाद
*प्रणय प्रभात*
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
Ravikesh Jha
श्रम दिवस
श्रम दिवस
SATPAL CHAUHAN
“Mistake”
“Mistake”
पूर्वार्थ
नेता हुए श्रीराम
नेता हुए श्रीराम
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
भरे मन भाव अति पावन, करूँ मैं वंदना शिव की।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमसफ़र बन जाए
हमसफ़र बन जाए
Pratibha Pandey
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* नाम रुकने का नहीं *
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
आदतें
आदतें
Sanjay ' शून्य'
मुस्कुरायें तो
मुस्कुरायें तो
sushil sarna
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
कवि रमेशराज
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुमको  खोया  नहीं गया हमसे।
तुमको खोया नहीं गया हमसे।
Dr fauzia Naseem shad
Acrostic Poem- Human Values
Acrostic Poem- Human Values
jayanth kaweeshwar
देश के वीरों की जब बात चली..
देश के वीरों की जब बात चली..
Harminder Kaur
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
*भगत सिंह हूँ फैन  सदा तेरी शराफत का*
*भगत सिंह हूँ फैन सदा तेरी शराफत का*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
What Was in Me?
What Was in Me?
Bindesh kumar jha
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
धरा स्वर्ण होइ जाय
धरा स्वर्ण होइ जाय
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दुनियाँ की भीड़ में।
दुनियाँ की भीड़ में।
Taj Mohammad
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
Ravi Prakash
अंजानी सी गलियां
अंजानी सी गलियां
नेताम आर सी
प्रिये का जन्म दिन
प्रिये का जन्म दिन
विजय कुमार अग्रवाल
यूं मुहब्बत में सब कुछ हारने वालों,
यूं मुहब्बत में सब कुछ हारने वालों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Lamhon ki ek kitab hain jindagi ,sanso aur khayalo ka hisab
Lamhon ki ek kitab hain jindagi ,sanso aur khayalo ka hisab
Sampada
Loading...