Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2022 · 1 min read

विनाश की जड़ ‘क्रोध’ ।

बिन बादलो के जब भी बरसात हुई,
समझो वो क्रोध का प्रहार हुआ,

बिन सूर्य के मस्तिष्क में गर्मी का ताप चढे़,
समझो वो क्रोध की आग हुई,

बिन प्रलय के नदी में उफान उठे,
समझो वो क्रोध के सब्र का बाँध टूटे,

बिन समझ के असमय जो ज्वलामुखी फटे,
समझो वो क्रोध का विस्फोट हुआ,

बिन कहे कोई अडिग पहाड़ रूठे,
समझो वो क्रोध पर काबू छूटे ।

ऐसी चिंगारी जो तनिक में न बुझे,
समूल विनाश की जड़ क्रोध में ही दिखें।

✍🏼रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर ।

3 Likes · 4 Comments · 102 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Buddha Prakash

You may also like:
राष्ट्र निर्माता शिक्षक
राष्ट्र निर्माता शिक्षक
Tarun Prasad
मनमोहन छंद विधान ,उदाहरण एवं विधाएँ
मनमोहन छंद विधान ,उदाहरण एवं विधाएँ
Subhash Singhai
परशुराम का परशु खरीदो,
परशुराम का परशु खरीदो,
Satish Srijan
फूलों जैसा कोमल बनकर
फूलों जैसा कोमल बनकर
Chunnu Lal Gupta
हड़ताल
हड़ताल
नेताम आर सी
दासता
दासता
Bodhisatva kastooriya
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
तरुण सिंह पवार
मकर पर्व स्नान दान का
मकर पर्व स्नान दान का
Dr. Sunita Singh
आज़ादी का आगमन
आज़ादी का आगमन
Dr. Rajiv
नारी के हर रूप को
नारी के हर रूप को
Dr fauzia Naseem shad
परिदृश्य
परिदृश्य
Shyam Sundar Subramanian
💐प्रेम कौतुक-457💐
💐प्रेम कौतुक-457💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िन्दगी और प्रेम की,
ज़िन्दगी और प्रेम की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
फटा जूता
फटा जूता
Akib Javed
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दिवस नहीं मनाये जाते हैं...!!!
दिवस नहीं मनाये जाते हैं...!!!
Kanchan Khanna
हिचकियां
हिचकियां
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जिंदगी की धुंध में कुछ भी नुमाया नहीं।
जिंदगी की धुंध में कुछ भी नुमाया नहीं।
Surinder blackpen
#लघु_व्यंग्य
#लघु_व्यंग्य
*Author प्रणय प्रभात*
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
"यह कैसा दौर?"
Dr. Kishan tandon kranti
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Sakshi Tripathi
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
#सबक जिंदगी से #
#सबक जिंदगी से #
Ram Babu Mandal
प्रभु जी हम पर कृपा करो
प्रभु जी हम पर कृपा करो
Vishnu Prasad 'panchotiya'
नवगीत
नवगीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गुनहगार तू भी है...
गुनहगार तू भी है...
मनोज कर्ण
2325.पूर्णिका
2325.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नीला अम्बर नील सरोवर
नीला अम्बर नील सरोवर
डॉ. शिव लहरी
बौराये-से फूल /
बौराये-से फूल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...