Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2023 · 1 min read

विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!

विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!
प्रमाण-पत्र क्रय-विक्रय का व्यौपार हो गया!!
गाव-शहर मे पढे-लिखो का अम्बार हो गया!
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!!

शिछक अब कितना लाचार हो गया,
पुत्र ऊसी का गुन्डो का सरदार हो गया!
विद्या-मंदिर अब बाजार हो गया!!

विषय-बोझ से लदा शिष्य बीमार हो गया!
नित नूतन पाठ्यक्रम कुतुब मीनार हो गया!!
शिछा -नीति बदलना इक त्यौहार हो गया!
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!!

राजनीति से सरस्वती को प्यार हो गया,
उसकी वीणा का स्वर, नाकार हो गया!
शिछक पिटना प्रतिदिन का समाचार हो गया!
विद्या-मन्दिर अब बाजार हो गया!!

Language: Hindi
1 Like · 76 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to receive all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
सास-बहू
सास-बहू
Rashmi Sanjay
हरयाणा ( हरियाणा दिवस पर विशेष)
हरयाणा ( हरियाणा दिवस पर विशेष)
Varun Singh Gautam
💐प्रेम कौतुक-462💐
💐प्रेम कौतुक-462💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शीत ऋतु
शीत ऋतु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दिनांक:- २४/५/२०२३
दिनांक:- २४/५/२०२३
संजीव शुक्ल 'सचिन'
कलम की नश्तर
कलम की नश्तर
Shekhar Chandra Mitra
"आलिंगन"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
Dr fauzia Naseem shad
मोह लेगा जब हिया को, रूप मन के मीत का
मोह लेगा जब हिया को, रूप मन के मीत का
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अंदाज़।
अंदाज़।
Taj Mohammad
आई होली झूम के
आई होली झूम के
जगदीश लववंशी
जल की अहमियत
जल की अहमियत
Utsav Kumar Aarya
सिर्फ तुम
सिर्फ तुम
Arti Bhadauria
✍️ते मोगऱ्याचे झाड होते✍️
✍️ते मोगऱ्याचे झाड होते✍️
'अशांत' शेखर
■ नया शब्द ■
■ नया शब्द ■
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
Anand Kumar
“ स्वप्न मे भेंट भेलीह “ मिथिला माय “
“ स्वप्न मे भेंट भेलीह “ मिथिला माय “
DrLakshman Jha Parimal
बहुत असमंजस में हूँ मैं
बहुत असमंजस में हूँ मैं
gurudeenverma198
गीत
गीत
शेख़ जाफ़र खान
माता की महिमा
माता की महिमा
SHAILESH MOHAN
ग़ज़ल- इशारे देखो
ग़ज़ल- इशारे देखो
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मोन
मोन
श्याम सिंह बिष्ट
राम-राज्य
राम-राज्य
Bodhisatva kastooriya
हँसते - रोते कट गए , जीवन के सौ साल(कुंडलिया)
हँसते - रोते कट गए , जीवन के सौ साल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
रात बदरिया...
रात बदरिया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कुछ ना रहा
कुछ ना रहा
Nitu Sah
बसन्त बहार
बसन्त बहार
N.ksahu0007@writer
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
Mahendra Narayan
गँउआ
गँउआ
श्रीहर्ष आचार्य
जीवन का लक्ष्य महान
जीवन का लक्ष्य महान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...