Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2022 · 1 min read

*विजय दिवस (कुंडलिया)*

*विजय दिवस (कुंडलिया)*
________________________________
जीता बांग्लादेश था , हारा पाकिस्तान
विजय दिवस के शौर्य की ,गाथा सुनो महान
गाथा सुनो महान ,लाख ने किया समर्पण
सन इकहत्तर वर्ष , वीर भारत का दर्पण
कहते रवि कविराय ,पाक को लगा पलीता
अद्भुत था यह युद्ध ,न कोई अब तक जीता
★★★★★★★★★★★★★★
*रचयिता : रवि प्रकाश* ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
*पलीता =* बत्ती के आकार का बारूद लगा हुआ छोटा सा डोरा जिस को जलाने पर पटाखे आदि जलते हैं

33 Views

Books from Ravi Prakash

You may also like:
मेरी चुनरी में लागा दाग, कन्हैया
मेरी चुनरी में लागा दाग, कन्हैया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उदास प्रेमी
उदास प्रेमी
Shekhar Chandra Mitra
नींद अपनी
नींद अपनी
Dr fauzia Naseem shad
मोबाइल का आशिक़
मोबाइल का आशिक़
आकाश महेशपुरी
रात उसको अब अकेले खल रही होगी
रात उसको अब अकेले खल रही होगी
Dr. Pratibha Mahi
■ हाथ मे झाड़ू : गर्दभ वाहन...
■ हाथ मे झाड़ू : गर्दभ वाहन...
*Author प्रणय प्रभात*
निःशब्द- पुस्तक लोकार्पण समारोह
निःशब्द- पुस्तक लोकार्पण समारोह
Sahityapedia
★दर्द भरा जीवन तेरा दर्दों से घबराना नहीं★
★दर्द भरा जीवन तेरा दर्दों से घबराना नहीं★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
*बोले पति कंजूस (हास्य कुंडलिया)*
*बोले पति कंजूस (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बाल कहानी- गणतंत्र दिवस
बाल कहानी- गणतंत्र दिवस
SHAMA PARVEEN
दादी मां की बहुत याद आई
दादी मां की बहुत याद आई
VINOD KUMAR CHAUHAN
कुछ बात करो, कुछ बात करो
कुछ बात करो, कुछ बात करो
Shyam Sundar Subramanian
✍️छल कपट
✍️छल कपट
'अशांत' शेखर
💐प्रेम कौतुक-267💐
💐प्रेम कौतुक-267💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
श्री श्री रवि शंकर जी
श्री श्री रवि शंकर जी
Satish Srijan
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
पुलवामा हमले पर शहीदों को नमन चार पंक्तियां
कवि दीपक बवेजा
कल तक थे वो पत्थर।
कल तक थे वो पत्थर।
Taj Mohammad
गीत : मान जा रे मान जा रे…
गीत : मान जा रे मान जा रे…
शांतिलाल सोनी
मुक्तक
मुक्तक
Dr. Girish Chandra Agarwal
💐🙏एक इच्छा पूरी करना भगवन🙏💐
💐🙏एक इच्छा पूरी करना भगवन🙏💐
Suraj kushwaha
वो इश्क याद आता है
वो इश्क याद आता है
N.ksahu0007@writer
सलाह
सलाह
श्याम सिंह बिष्ट
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Dont loose your hope without doing nothing.
Dont loose your hope without doing nothing.
Sakshi Tripathi
पल पल बदल रहा है
पल पल बदल रहा है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बसंत
बसंत
नूरफातिमा खातून नूरी
नववर्ष
नववर्ष
Vandana Namdev
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मजबूरी
मजबूरी
पीयूष धामी
#है_तिरोहित_भोर_आखिर_और_कितनी_दूर_जाना??
#है_तिरोहित_भोर_आखिर_और_कितनी_दूर_जाना??
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Loading...