Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2024 · 1 min read

” वर्ना “

” वर्ना ”
किसी के साथ ने इंसान बना दिया है इसे,
वर्ना दिल से कभी भेड़िया था जंगल का।

3 Likes · 3 Comments · 48 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ग़म बांटने गए थे उनसे दिल के,
ओसमणी साहू 'ओश'
"कवि तो वही"
Dr. Kishan tandon kranti
सच तो रंग होते हैं।
सच तो रंग होते हैं।
Neeraj Agarwal
मेरी दुआ है तुझे किसी की बद्दुआ न लगे।
मेरी दुआ है तुझे किसी की बद्दुआ न लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"जो इंसान कहलाने लायक नहीं,
पूर्वार्थ
https://sv368vn.guru/ - Sv368 là nhà cái cũng như là cổng ga
https://sv368vn.guru/ - Sv368 là nhà cái cũng như là cổng ga
Sv368
आया बसंत
आया बसंत
Seema gupta,Alwar
लौ मुहब्बत की जलाना चाहता हूँ..!
लौ मुहब्बत की जलाना चाहता हूँ..!
पंकज परिंदा
*हों  गया है  प्यार जब से , होश  में हम है नहीं*
*हों गया है प्यार जब से , होश में हम है नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेहनत ही सफलता
मेहनत ही सफलता
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
लोग कहते ही दो दिन की है ,
लोग कहते ही दो दिन की है ,
Sumer sinh
एक बार हीं
एक बार हीं
Shweta Soni
गुरु...! गूगल दोनों खड़े, काके लागूं पाय....!
गुरु...! गूगल दोनों खड़े, काके लागूं पाय....!
VEDANTA PATEL
निगाहों से पूछो
निगाहों से पूछो
Surinder blackpen
जो हमारा है वो प्यारा है।
जो हमारा है वो प्यारा है।
Rj Anand Prajapati
_कामयाबी_
_कामयाबी_
Ritu chahar
हिदायत
हिदायत
Bodhisatva kastooriya
लोन के लिए इतने फोन आते है
लोन के लिए इतने फोन आते है
Ranjeet kumar patre
चोरी   जिसका  काव्य  हो , जागें  उसके  भाग ।
चोरी जिसका काव्य हो , जागें उसके भाग ।
sushil sarna
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
Atul "Krishn"
जुनून
जुनून
अखिलेश 'अखिल'
प्रार्थना
प्रार्थना
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
पुरानी यादों
पुरानी यादों
Shriyansh Gupta
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
प्रेमदास वसु सुरेखा
*स्वच्छ रहेगी गली हमारी (बाल कविता)*
*स्वच्छ रहेगी गली हमारी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
#शीर्षक:-बहकाना
#शीर्षक:-बहकाना
Pratibha Pandey
"पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मन
मन
Ajay Mishra
Loading...