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3 May 2023 · 1 min read

वक्त से वकालत तक

वक्त से वकालत तक

जुर्म न रुका अदालत तक

फिर उस हादसे का क्या

जो लगी हो किसी की जज्बातो तक

विशाल बाबू✍️✍️

298 Views
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